Ramdas Soren Ranchi: झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को गंभीर जरूर बताया है, लेकिन फिलहाल स्थिर बताया जा रहा है। अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम उनकी निगरानी कर रही है और सभी वाइटल पैरामीटर्स पर लगातार नजर रखी जा रही है।
मंत्री सोरेन के बेहतर इलाज के लिए राज्य सरकार भी पूरी तरह सक्रिय है। इसी क्रम में झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी शनिवार को दिल्ली रवाना हो गए। रवाना होने से पहले उन्होंने कहा, “रामदास सोरेन हमारे परिवार के सदस्य हैं। मैं खुद वहां जाकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी लूंगा और सुनिश्चित करूंगा कि उन्हें बेहतरीन चिकित्सा सुविधा मिले।”
पूर्व विधायक कुणाल षाडंगी, जो मंत्री सोरेन के साथ दिल्ली में मौजूद हैं, ने भी उनकी स्थिति पर जानकारी देते हुए कहा कि डॉक्टर लगातार उपचार में लगे हैं और जल्द ही स्वास्थ्य में सुधार की उम्मीद है।
मेरा विनम्र आग्रह होगा सभी लोगों से और मीडिया के साथियों से कृपया माननीय मंत्री @RamdassorenMLA जी के स्वास्थ्य के बारे में बिना आधिकारिक जानकारी के कुछ भी साझा न करें।
— Kunal Sarangi 🇮🇳 (@KunalSarangi) August 2, 2025
मैं उनके साथ हूँ और हम लोग दिल्ली के अपोलो अस्पताल पहुँचने वाले है। उनकी स्थिति गंभीर ज़रूर है लेकिन स्थिर है…
इस बीच, मंत्री अंसारी ने जनता से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और बिना पुष्टि के कोई भी जानकारी सोशल मीडिया पर साझा न करें। उन्होंने कहा कि सभी की दुआएं और शुभकामनाएं जल्द ही रंग लाएंगी और मंत्री सोरेन शीघ्र स्वस्थ होकर वापस लौटेंगे।
सभी सम्मानित नागरिकों और मीडिया साथियों से विनम्र अनुरोध है कि माननीय मंत्री श्री रामदास सोरेन जी @RamdassorenMLA के स्वास्थ्य को लेकर किसी भी प्रकार की अपुष्ट या भ्रामक जानकारी साझा न करें।
— Dr. Irfan Ansari (@IrfanAnsariMLA) August 2, 2025
मैं स्वयं लगातार डॉक्टर के संपर्क में हूँ ।उनकी स्थिति गंभीर अवश्य है, लेकिन फिलहाल…
मंत्री सोरेन के स्वास्थ्य को लेकर झारखंड के विभिन्न हिस्सों से लोग चिंता जता रहे हैं। उनके विधानसभा क्षेत्र और पूरे राज्य में समर्थक और शुभचिंतक उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
डॉ. अंसारी के दिल्ली पहुंचने के बाद उनके द्वारा अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों से बातचीत कर आगे की चिकित्सा योजना पर फैसला लिया जाएगा।