

Ranchi, 19 सितंबर, 2025 – झारखंड की राजधानी Ranchi में आज एक ऐतिहासिक पहल की शुरुआत हुई। टाना भगत इंडोर स्टेडियम, खेलगांव में आयोजित “ईस्ट टेक सिम्पोजियम-2025” (डिफेंस एक्सपो) का उद्घाटन राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने किया। इस विशिष्ट कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय रक्षा मंत्रालय की ओर से किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है। इस एक्सपो में देशभर से रक्षा विशेषज्ञ, औद्योगिक संस्थान, तकनीकी संस्थान, और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (MSME) के प्रतिनिधि शामिल हुए। मुख्यमंत्री सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि यह आयोजन झारखंड के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि राज्य में डिफेंस सेक्टर के उद्योगों के विस्तार की असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने केंद्र सरकार के साथ मिलकर इन संभावनाओं को साकार करने की प्रतिबद्धता भी दोहराई।
झारखंड, जो कि देश के खनिज भंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, रक्षा क्षेत्र के लिए आवश्यक कच्चे माल का एक प्रमुख स्रोत भी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि यहां यूरेनियम जैसे महत्वपूर्ण तत्व भी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं, जो रक्षा उद्योग के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने राज्य के औद्योगिक इतिहास को याद करते हुए हैवी इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन (HEC) का उदाहरण दिया, जिसने देश के कई अन्य औद्योगिक संस्थानों के विकास में अहम भूमिका निभाई है। एचईसी ने सैटेलाइट और परमाणु कॉम्पोनेंट्स बनाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हालांकि, मुख्यमंत्री ने एचईसी की वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह देखकर दुख होता है कि एक समय का इतना बड़ा संस्थान आज अपनी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पा रहा है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से समन्वय स्थापित कर ऐसे संस्थानों को फिर से मजबूत करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मिलजुलकर किए गए प्रयासों से रक्षा उद्योग के क्षेत्र में नए आयाम जोड़े जा सकते हैं। उन्होंने भारतीय सशस्त्र सेना के रक्षा प्रमुख (CDS) अनिल चौहान की उपस्थिति को सौभाग्य की बात बताया और MSME के क्षेत्र में उनके प्रयासों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार डिफेंस सेक्टर को हर संभव सहयोग प्रदान करने के लिए तैयार है। उद्घाटन समारोह के बाद, राज्यपाल और मुख्यमंत्री सहित अन्य गणमान्य अतिथियों ने डिफेंस एक्सपो का गहनता से अवलोकन किया। इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और सीडीएस अनिल चौहान सहित कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।




