झारखंड सरकार के आदेश के तहत गझण्डी पुलिस पिकेट को हटा दिया गया, जिसके तहत कई गांव सुरक्षा के दायरे से बाहर हो गए हैं। ये गांव तिलैया थाना क्षेत्र में आते हैं, लेकिन थाना की दूरी 12 किलोमीटर होने के कारण ग्रामीण असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पिकेट हटाए जाने के विरोध में सैकड़ों ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया और पिकेट की पुनर्बहाली की मांग की।
आपकी विकास पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष गुलाम मुस्तफा ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों का समर्थन किया और कहा कि पार्टी ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहेगी। उन्होंने इस मुद्दे को मुख्यमंत्री, राज्यपाल, और डीजीपी तक पहुंचाया है, और 10 अक्टूबर तक पिकेट बहाल न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है
गुलाम मुस्तफा ने एक स्थानीय निवासी, सेराज खान, जो किडनी की समस्या से पीड़ित हैं, को आर्थिक मदद दी और अन्य लोगों से भी मदद की अपील की। उन्होंने ग्रामीणों की सुरक्षा की गंभीरता को देखते हुए पिकेट की बहाली को अत्यावश्यक बताया और कहा कि सरकार का यह निर्णय ग्रामीणों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है।
समाजसेवी असलम अंसारी ने भी सरकार के इस फैसले की आलोचना की और बताया कि बिहार का नक्सल प्रभावित गुरपा जंगल सिर्फ 4 किलोमीटर की दूरी पर है, इसलिए पुलिस पिकेट की मौजूदगी जरूरी है। ग्रामीणों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से इस मुद्दे पर ध्यान देने की अपील की।