बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणाकके बाद एनडीए और महागठबंधन में सेट शेयरींग को लेकर दाव पेंच का खेल शुरू हो गया है। महागठबंधन में सीट शेयरींग का मामला सुलझा हुआ दिख रहा है तो वहीं एनडीए में बात बनती नहीं दिख रही है। उपेंद्र कुशवाहा के महागठबंधन छोड़ने के बाद, महागठबंधन के घटक दलो में राजद, कांग्रेस, वीआईपी और वामदल शामिल है। तो वहीं, एनडीए में जदयू, बीजेपी और लोजपा शामिल है लेकिन लोजपा और जदयू के बीच जिस तरह से तल्खिया बढ़ी है उसे देखते हुए लोजपा जाये के साथ चुनावी मैदान में नहीं उतरना चाहती है, लेकिन वे एनडीए का हिस्सा भी रहना चाहते है। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि लोजपा आखिर क्या फैसला लेती है?
महागठबंधन में सीट शेयरींग का मामला सुलझ चुका है। राजद 130-36, कांग्रेस 65-70, वामदल 25-30 और वीआईपी 8-11 सीटो के आस-पास चुनाव लड़ते देखी जा सकती है। महागठबंधन में सीटो पर डील फाइनल होने के संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस कर इसकी घोषणा की जायेगी। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार आज शाम 5 बजे संयुक्त रूप से मीडिया के सामने सीटो को लेकर आधिकारिक घोषणा की जा सकती है।
एक तरफ नीतिश-मोदी तो दूसरी तरफ तेजस्वी-कन्हैया की जोड़ी होगी आमने-सामने:
इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में एक अनोखा चीज देखने को मिल सकती है। एनडीए की तरफ से मुख्यमंत्री नीतिश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी चुनावी मैदान में नजर आयेगे तो वहीं महागठबंधन की तरफ से दो युवा चेहरे बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और देश के चर्चित चेहरा एंव सीपीआई नेता कन्हैया कुमार एक साथ दिख सकते है। एक तरफ अनुभव तो दूसरी तरफ युवा जोश वाले नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते दिखेगे। हलांकि कोरोना महामारी की वजह से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए इस वर्ष का चुनाव में उस तरह की तपीश देखने को नहीं मिल सकती है जो पूर्व की चुनावो में देखने को मिली है।