Bihar vidhansabha news: बिहार विधानसभा बजट सत्र के दौरान मंगलवार को सदन में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल विधेयक के विरोध में राष्ट्रीय जनता दल के विधायकों ने दिन के वक्त जहां सदन के अंदर रिपोर्टर टेबल को पलट दिया वही शाम होते-होते राष्ट्रीय जनता दल के विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के कमरे के बाहर धरना देकर उन्हें लगभग बंधक बना लिया था.
जिसके बाद विधानसभा में पुलिस बल का प्रयोग करते हुए विरोध करने वाले तमाम विधायकों को सदन से धक्का मार कर बाहर निकाला गया. बिहार विधानसभा का बजट सत्र 24 मार्च तक होनी है लेकिन इसके ठीक 1 दिन पहले 23 मार्च को बिहार विधानसभा में जो कुछ हुआ वह बिहार की गरिमा के साथ-साथ बिहार विधानसभा के 100 साल के गरिमा को भी ठेस पहुंचाने का काम किया है. आश्चर्य की बात यह है कि जनता के द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों को पुलिस के द्वारा बर्बरता तरीके से पीटने के बाद उन्हें विधानसभा से घसीट कर बाहर निकालने का मामला शायद बिहार में यह पहली बार हुआ हो परंतु इस घटना ने पूरे बिहार को शर्मसार करके रख दिया है.
इस मामले को लेकर बुधवार को बिहार विधान परिषद बजट सत्र के दौरान कांग्रेस के नेताओं ने आंखों पर काला पट्टी बांधकर घटना का विरोध किया. वहीं, नीतीश सरकार पर दमन और तानाशाही का भी आरोप लगाए. कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि जनता के द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों को अपमानित करके विधानसभा से बाहर निकाला गया है यह दर्शाता है कि नीतीश कुमार को सच सुनने में काफी तकलीफ होती है और वे लोगों को सुनना पसंद नहीं करते हैं यह दर्शाता है कि वह किस तरह एक हिटलर की तरह बर्ताव करने लगे हैं.