बीते सोमवार को शारदा सिन्हा की तबियत खराब होने की खबर आई थी, जिसके बाद उन्हें एम्स के वेंटिलेटर पर रखा गया था। उनके परिवार ने बताया कि वह कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थीं और डॉक्टर्स उन्हें बचाने की हरसंभव कोशिश कर रहे थे। उनके बेटे अंशुमन ने खुद लाइव आकर उनकी सेहत को लेकर अपडेट दी थी और सभी प्रशंसकों से प्रार्थना करने की अपील की थी।
शारदा सिन्हा के निधन की खबर ने संगीत जगत में शोक की लहर फैला दी है। उनके चाहनेवाले न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी उनकी गायकी के दीवाने थे। अपने सरल व्यक्तित्व और गहरी आवाज के चलते, शारदा ने भोजपुरी संगीत को एक नया आयाम दिया। उनका जाना भोजपुरी लोकसंगीत के क्षेत्र में एक अपूरणीय क्षति है।
शारदा सिन्हा की जिंदगी में हाल ही में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था जब उनके पति बृजकिशोर सिन्हा का निधन हुआ। उस घटना से वह बेहद टूट गई थीं, और शायद इसी कारण से उनकी तबियत दिन-ब-दिन बिगड़ती गई। इस कठिन समय में उनके चाहनेवालों की प्रार्थनाएँ भी उन्हें नहीं बचा सकीं, और अब उनके जाने से उनके परिवार पर गहरा आघात हुआ है।
शारदा सिन्हा की आवाज अब भले ही खामोश हो गई हो, लेकिन उनके गीत सदियों तक लोगों के दिलों में गूंजते रहेंगे। उनकी मधुर आवाज और उनकी गायकी का जादू हमेशा उनके प्रशंसकों के बीच जिंदा रहेगा।