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नीतीश कैबिनेट में नहीं है कोई मुस्लिम चेहरा, विपक्ष हुआ हमलावर

बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार सत्ता में वापसी कर चुके हैं मंगलवार को नीतीश मंत्रिमंडल का पूरी तरह से गठन हो चुका है मंत्रियों को उनका विभाग भी बांट दिया गया है लेकिन नीतीश कुमार के सामने एक नया सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में किसी भी मुस्लिम चेहरे को क्यों शामिल नहीं किया है इसे लेकर विपक्ष हमलावर है

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राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता सारिका पासवान ने नीतीश कैबिनेट मैं किसी भी अल्पसंख्यक को जगह नहीं देने पर सवाल खड़े किए हैं उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार में मंत्री बनाए गए मेवालाल चौधरी पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं फिर भी उन्हें मंत्री बनाया गया है लेकिन किसी भी अल्पसंख्यक को मंत्री पद नहीं दिया गया. इस पर पलटवार करते हुए जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा की जनता दल यूनाइटेड अल्पसंख्यक ओं का विशेष ध्यान रखती है साथ ही नीतीश कुमार अल्पसंख्यक ओं के प्रति संवेदनशील है परंतु इस बार चुनाव में अल्पसंख्यकों का ठेका महागठबंधन और ओवैसी लेकर घूम रहे थे

अजय आलोक ने महागठबंधन सहित असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को लेकर भी बड़ी बात कही है उन्होंने एमआईएम के जीतने वाले पांच विधायकों का कसूरवार महागठबंधन को ठहराया है अजय आलोक ने कहा कि महागठबंधन की गलती के कारण ही हैदराबाद से मुस्लिम लीग का फिर से उदय होगा. इधर ए आई एम आई एम के प्रदेश अध्यक्ष और अमोल विधायक अख्तरुल इमान ने एनडीए के सवाल करते हुए कहा कि मुकेश सैनी भी चुनाव हार चुके हैं लेकिन उन्हें मंत्री पद दिया गया?

नीतीश कैबिनेट में इस बार 14 लोगो को मंत्री बनाया गया है जिनमें 4 पिछड़ा वर्ग, 3 अति पिछड़ा वर्ग, 4 सवर्ण और 3 दलित मंत्री शामिल हैं.