अगर आप कोई ऐसा बिजनेस करने की तलाश में है, जिसमें घाटा लगने की जांच कम हो और बंपर कमाई हो, तो हम आपको एक ऐसा बिज़नस करने का आईडिया दे रहे हैं, जिसकी बाजार में जबरदस्त डिमांड है। यह एक ऐसा प्रोडक्ट है, जिसे गर्मी, सर्दी, बारिश या यूं कहें हर मौसम में खाया जाता है। इसके अलावा इसे बच्चों से लेकर बूढ़े तक सभी लोग बड़े चाव से खाते हैं। इतना ही नहीं इस प्रोडक्ट का डिमांड गांव से शहरों तक हमेशा जोरदार बनी रहती है। काजू की खेती का 25 प्रतिशत हिस्सा भारत में होता है। खास बात ये है कि काजू की खेती हर मौसम में होती है। हर त्योहार में काजू की डिमांड होती है। काजू की खेती करने के लिए काजू का पेड़ लगाया जाता है। काजू के छिलकों से पेंट और लुब्रिकेंट्स तैयार किया जाता है। काजू एक ऐसा मेवा है जो काफी लोकप्रिय है। फल देने के लिए इसके पौधे लगभग 3 साल में तैयार हो जाते हैं। काजू का पौधा गर्म तापमान पर अच्छे से बढ़ता है। इसे किसी भी मिट्टी पर उगाया जा सकता है।लाल बलुई दोमट मिट्टी इसके लिए सबसे अच्छी है।
केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अच्छी मात्रा में होती है। अब इसकी खेती उत्तर प्रदेश और झारखंड में की जा रही है। काजू के 500 पेड़ लगाने के लिए एक हेक्टेयर जमीन की जरूरत पड़ती है। औसतन एक पेड़ से 20 किलो काजू निकलता है। काजू का बाजार भाव 1200 रुपए के आस-पास है।