डॉक्टर संजय सिंह ने सभी बीईईओ को आदेश देते हुए कहा कि प्रत्येक महीना कम से कम 20 विद्यालयों की जांच कर रिपोर्ट प्रदान करें और यह भी कहा की विद्यालय के 5 बच्चों को आंगनबाड़ी ले जाकर रेडमली बीएमआई कराया जाए. इससे पता चलेगा कि बच्चों को पोषाहार का सेवन कर रहा है कि नहीं साथ ही साथ शिक्षक गांव का निरीक्षण कर ग्रामीण बच्चों को स्कूल भेजने के लिए जागरूक करें ताकि स्कूल खुलते ही बच्चों विद्यालय आ सके।
नामांकित बच्चों के गार्जियन के साथ बैठकर बच्चों से जुड़ी समस्या को सुने और समाधान करने का प्रयास करें और पोषाहार की पैकिंग जूट से बने थैले का प्रयोग करें ना कि प्लास्टिक का। बैठक में जिला आपूर्ति पदाधिकारी अल्बर्ट बिलिंग और जिला अधीक्षक एवं सभी प्रखंड के बीईईओ शामिल थे.
Report by: Warish