राजभवन ने विनोबा भावे विश्वविद्यालय, कोल्हान विश्वविद्यालय, सिदो कान्हू विश्वविद्यालय तथा नीलांबर-पीताम्बर विश्वविद्यालय के कुलपतियों के वित्तीय अधिकार वापस ले लिए हैं। इन विश्वविद्यालयों के कुलपति कोई भी नीतिगत निर्णय नहीं ले सकेंगे। वे नियुक्ति, स्थानांतरण भी नहीं कर सकेंगे। कुलपति ऐसा कोई भी कार्य नहीं करेंगे जिसमें वित्तीय दायित्व निहित हो। राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू के निर्देश पर उनके प्रधान सचिव शैलेश कुमार सिंह ने इस संबंध में कुलपतियों को पत्र जारी कर दिया है।
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दरअसल, इन विश्वविद्यालयों के वर्तमान कुलपतियों का कार्यकाल शीघ्र खत्म हो रहा है। इन पदों पर नई नियुक्ति होनी है जिसके लिए आवेदन भी आमंत्रित कर लिए गए हैं। साथ ही चयन समिति का भी गठन कर लिया गया है। बता दें कि कार्यकाल खत्म होने के तीन माह पहले कुलपतियों से वित्तीय अधिकार वापस ले लिए जाते हैं। प्रधान सचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कोई निर्णय लेना अनिवार्य होगा तो कुलपति राज्यपाल सह कुलाधिपति की अनुमति लेकर ही ले सकेंगे।