झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने 8वीं 9वीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षा अब नहीं लेने की शिक्षा विभाग से अपील की है. जैक ने सभी परेशानियों को देखते हुए इस मामले में शिक्षा विभाग से निर्णय लेने की अपील की है.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने इन कक्षाओं के छात्र-छात्राओं की परीक्षा नहीं लेने का प्रस्ताव दिया है. प्रस्ताव पर स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग मंथन कर रहा है. जल्द ही इस संबंध में औपचारिक ऐलान किया जा सकता है. बता दें कि कोरोनावायरस एहतियातन के तौर पर स्कूलों को बंद करने के बाद अब तक राज में आठवीं, नौवीं और ग्यारहवीं के लिए फिलहाल स्कूल नहीं खुले हैं. जिस वजह से इन कक्षाओं के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई सही ढंग से नहीं हो सकी है. यदि इन कक्षाओं के छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल खुलते भी हैं तो उनके पाठ्यक्रम को पूरा कराने और तैयारी के लिए कम से कम 3 महीने का समय लगेगा. लिहाजा जैक ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को 8वीं, 9वीं और 11वीं की पढ़ाई नहीं होने पर परीक्षा आयोजित करने में परेशानी बताई है.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने सभी परेशानियों को देखते हुए शिक्षा विभाग से इस संबंध में निर्णय लेने की अपील की है. जैक के इसी प्रस्ताव पर मंथन करते हुए शिक्षा विभाग कक्षा 1 से 7वीं के साथ-साथ आठवीं, नौवीं और 11वीं के विद्यार्थियों को अगली कक्षा में सीधे प्रमोट करने की तैयारी कर रहा है. ऐसा करने से 2021-22 के सत्र में अप्रैल माह से ही नए क्लास में पढ़ाई शुरू हो सकेगी. झारखंड एकेडमिक काउंसिल आठवीं, नौवीं और 11वीं के विद्यार्थियों के लिए ओएमआर शीट पर परीक्षा का आयोजन करता है.