Jharkhand Teachers Recruitment: झारखंड के प्रारंभिक स्कूलों में फिर से पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापकों) की नियुक्ति होगी। पहले चरण में 25,996 पदों पर नियुक्ति की जा सकेगी। नियुक्ति विद्यालय प्रबंधन समिति या पंचायत करेगी और इसमें आरक्षण रोस्टर का पालन किया जा सकेगा।
सहायक आचार्यों की स्थाई नियुक्ति होने के बाद इन पारा शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी जाएगी। शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने इसकी तैयारी करने की बात कही है।
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि पारा शिक्षकों की नियुक्ति दिल्ली व गोवा की तर्ज होगी। इसमें प्रशिक्षित और टेट पास अभ्यर्थियों को मौका दिया जाएगा। उन्हें वर्तमान में कार्यरत सहायक अध्यापकों (पारा शिक्षकों) के समान 22,500 का मानदेय दिया जाएगा। इसको लेकर वे सोमवार को स्कूली शिक्षा व साक्षारता विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसमें नियुक्ति प्रक्रिया जल्द से जल्द कैसे हो इसका प्रस्ताव तैयार किया जाएगा, ताकि स्कूली बच्चों का पठन-पाठन शिक्षकों के अभाव में प्रभावित न हो।
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि झारखंड नियुक्ति नियमावली रद्द हो गयी है। अब हम इसके खिलाफ डबल बेंच में जाएं या फिर सुप्रीम कोर्ट में न्याय की गुहार लगाए, शिक्षक नियुक्ति में देरी होगी। ऐसे में स्कूलों को बिना शिक्षकों के रखना छात्रों के हित में नहीं हैं। इससे हमारे नौनिहालों के भविष्य में खतरा है। इसलिए शिक्षक नियुक्ति की अड़चनों को देखते हुए अधिकारियों के साथ बातचीत कर पारा शिक्षक नियुक्ति का रास्ता निकाला जाएगा।
Jharkhand Teachers Recruitment: पंचायत या विद्यालय प्रबंध समिति करेगी नियुक्ति
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पारा शिक्षकों की नियुक्ति 2012 के बाद से बंद है। पहले की नियुक्ति में आरक्षण रोस्टर का पालन नहीं किया गया था। अब की नियुक्ति में आरक्षण रोस्टर का पालन किया जाएगा। पंचायत या विद्यालय प्रबंध समिति नियुक्ति करेगी। स्कूल या पंचायत स्तर पर जितनी सीटें होगी, उसी आधार पर नियुक्ति होगी।
जब स्कूलों में शिक्षक ही नहीं होंगे, तो वहां के छात्र कैसे पढ़ेंगे। शिक्षक नियुक्ति नियमावली कोर्ट से रद्द हो गई है। डबल बेंच जाएं या सुप्रीम कोर्ट, नियुक्ति में और देरी होगी। इसलिए पारा शिक्षकों की बहाली होगी।