
नेतरहाट स्कूल झारखण्ड राज्य का प्रसिद्ध स्कूल है, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को कहा कि नेतरहाट स्कूल की खोई पहचान को पुनः स्थापित करना उनकी प्राथमिकता है। संघर्ष यात्रा के क्रम में उन्हें झारखंड के गौरव नेतरहाट स्कूल जाने का अवसर मिला था। तब वह वहां की समस्याओं से अवगत हुए थे।
मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उन्हें वहां की समस्याओं को लेकर चिंता है। उन्होंने यह बात नेतरहाट आवासीय विद्यालय के प्राचार्य की ओर से मिले पत्र के आलोक में कही। इस पत्र में प्राचार्य ने विद्यालय की चार प्रमुख समस्याओं की ओर सीएम सोरेन का ध्यान आकृष्ट कराया गया। मुख्यमंत्री पत्र के बिंदुओं पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे विद्यालय की समस्याओं को लेकर चिंतित हैं और जल्द समाधान निकालेंगे।
ये है वो समस्याएं:
नेतरहाट आवासीय विद्यालय में शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों के रिक्त पदों पर नियुक्ति से पूर्व रोस्टर क्लीयरेंस का प्रस्ताव पिछले दो साल से स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के स्तर से लंबित.
पदस्थ शिक्षकों एवं शिक्षकेतरकर्मियों को स्थापना काल से ही 20 प्रतिशत विशेष वेतन भुगतान किए जाने का आदेश सरकार के स्तर से जारी किया गया था, लेकिन सातवें वेतनमान के तहत संशोधित आदेश अब तक वित्त विभाग के स्तर से निर्गत नहीं किया गया.
