महामारी के चलते सार्वजनिक परिवहन की ठप है, इसी दौरान एक समर्पित पिता ने साइकिल पर 105 किलोमीटर की यात्रा की ताकि उनका बेटा मध्य प्रदेश में कक्षा 10 के Supplementary बोर्ड की परीक्षा दे सके।
बच्चे के पिता शोभाराम खुद शिक्षित नहीं है, लेकिन शिक्षा के मूल्य को समझते है और चाहते है कि उनका बेटा कड़ी मेहनत से पढ़ाई करे और Supplementary परीक्षा को पास करके पूरे साल बर्बाद न करे।
लॉक डाउन की स्तिथि में हर गरीब व्यक्ति के पास क्षमता नहीं है के वो वाहन को बुक कर सके इसलिए शोभाराम ने अपने बेटे को 105 किमी दूर दराज शहर में ले जाने का फैसला किया – बस इसलिए वह 10 वीं कक्षा के लिए उपस्थित हो सका।
अपने बेटे को परीक्षा दिलवाने ये पिता साइकिल से 3 दिनों का सफर तय करके धार पहुंचे, शुभकामनाएं अब बारी बेटे की है! @ChouhanShivraj @OfficeOfKNath @UmangSinghar @ndtvindia @ndtv #ExamResults pic.twitter.com/QHg6rEqJGr
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) August 19, 2020
शोभराम ने पीटीआई को बताया, “प्रचलित कोरोनोवायरस स्थिति के कारण बस सहित परिवहन का कोई साधन उपलब्ध नहीं था। लेकिन अगर मैं इस अवसर से चूक जाता, तो मेरे बेटे का एक साल बेकार चला जाता। इसलिए, मैंने उसे परीक्षा दिलाने का फैसला किया। और उसे साइकिल से उसके परीक्षा केंद्र तक पहुँचाया”