रांची: शुक्रवार को झारखण्ड राज्य के शहर रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) से आई रिपोर्ट में कोरोना वायरस के 22 नए मामलों की पुष्टि होने के बाद राज्य सरकार ने बड़ा निर्णय लेते हुए खाद्य संरक्षा आयुक्त ने जनस्वास्थ्य के लिए 11 ब्रांड (रजनीगंधा, विमल, शिखर, पान पराग, दिलरुबा, राजनिवास, सोहरत, मुसाफिर, मधु, बहार, पान पराग प्रीमियम) के पान मसाला को 12 महीने के लिए बैन कर दिया। उत्पाद में मैग्नीशियम कार्बोनेट मिलने की वजह से इन्हें प्रतिबंधित किया गया है।
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मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आहूत उच्चस्तरीय बैठक में दिये गए निर्देश के आलोक पर राज्य के खाद्य संरक्षा आयुक्त डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने राज्य में बिक्री होने वाले गुटखा (पान मसाला) पर रोक लगा दिया गया.
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देश भर में लॉकडाउन के तुरंत बाद ही यानी 25 मार्च को कई राज्यों कि सरकार (बिहार, महाराष्ट्र) ने राज्य में पान-मसाला और गुटखा बनाने, उसके वितरण करने और उसकी बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही यह आदेश भी जारी किया गया है कि पान मसाला खाकर थूंकने और पान मसाले के पाउच के उपयोग से भी कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका रहती है।