महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में शुक्रवार सुबह दर्दनाक हादसा हुआ जिसमें 14 प्रवासी मजदूरों की जान चली गयी. ये मजदूर तो निकले थे अपने घर जाने के लिए, लेकिन लॉकडाउन के कारण सड़क पर पुलिस का पहरा था. वे रेल की पटरियों के किनारे चल रहे थे. जब वे चलते-चलते थक गये तो उन्होंने रेल की पटरियों को ही अपना बिस्तर बना लिया. सभी गहरी नींद में थे और घड़ी में सुबह के करीब सवा पांच बज रहे थे. तभी उधर से एक मालगाड़ी गुजरी जिसने इन्हें अपनी चपेट में ले लिया और इनकी मौत हो गयी. खबरों की मानें तो लॉकडाउन के कारण ये सभी मजदूर अपने घर जाने के लिए 40 किलोमीटर चलकर आये थे. थकान ज्यादा लगी, तो पटरी पर सो गये लेकिन उन्हें क्या पता था कि यह उनकी जिंदगी की अंतिम नींद साबित होगी
हादसे की कुछ तसवीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चलीं हैं जिसमें पटरियों पर लाशें नजर आ रहीं हैं और वहां बिखरी रोटियां….जिस रोटी की तलाश में ये मजदूर घर से निकले थे, वह उनके बेजान शरीर के पास बिखरी नजर आयी. खामोश पटरियों पर मौत का सन्नाटा पसरा देख सबकी आंखें नम हो गयी. हादसे के संबंध में पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि करमाड पुलिस थाने के तहत आने वाले क्षेत्र में सुबह सवा पांच बजे हुई इस दुर्घटना में दो अन्य मजदूर घायल भी हुए हैं.
At least 15 migrant labourers returning to Madhya Pradesh amid the nationwide lockdown died after being run over by a goods train in Maharashtra's Aurangabad on Friday. … The official added that they were mowed down by the train early in the morning.#Aurangabad pic.twitter.com/nwyo8qW4tQ
— ସବ୍ୟସାଚୀ?ᏕǺᏰᎩǺᏕǺƆᏂᎥ? (@SabyasachiEditz) May 8, 2020