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राहुल और प्रियंका गाँधी के आदेश पर, युथ कांग्रेस की टीम ने सासाराम की महिला को पहुँचाया घर

News Desk

कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने देश भर में लॉकडाउन लागू किया है. लेकिन इस लॉकडाउन में सबसे ज्यादा अगर कोई परेशान है तो वो प्रवासी मजदूर है. लॉकडाउन की वजह से जो जहाँ थे वही फंस गए. घर आने की जिद्द में प्रवासी मजदूरों ने पैदल ही सफर करना शुरू कर दिया। कई अपने घर पहुँच गए तो अब भी बड़ी संख्या में प्रवासी फंसे हुए है.

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लॉकडाउन होने की वजह से सासाराम की सुनीता देवी दिल्ली में फंस गयी थी. उनके पति का देहांत हो गया था और वो अपने घर जाना चाहती थी लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा था. महिला को दिल्ली के शेल्टर होम में रखा गया था. सुनीता देवी रोते हुए मीडिया से ये गुहार लगा रही थी की उन्हें घर भेजा जाए. महिला को रोता देखा कांग्रेस नेता राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी ने अपने युथ कांग्रेस को जिम्मेदारी देते हुए कहा की महिला को ढूंढ कर उन्हें घर पहुंचा जाये।

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झारखण्ड यूथ कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल शुक्ल ने हमें बताया की राहुल गांधी और प्रियंका गाँधी के निर्देश पर युथ कांग्रेस की केंद्रीय टीम ने सासाराम की महिला को काफी ढूंढा। दिल्ली सरकार से भी उस महिला के बारे में पूछा गया तो सरकार के द्वारा कहा गया की उन्हें ट्रेन के जरिये घर भेज दिया गया है लेकिन जब यूथ कांग्रेस की टीम ने उन्हें ढूंढने की कोशिश की तो उस महिला को एक शेल्टर होम में पाया गया.

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श्रीनिवास की टीम के द्वारा महिला को युथ कांग्रेस के मुख्यालय ले जाया गया जहाँ से उन्हें निजी वाहन के जरिये सासाराम पहुंचा गया.

बता दें की सुनीता देवी के तीन बच्चे है. उनके पति का देहांत सासाराम में हो गया था और वो अपने घर जाना चाहती थी लेकिन लॉकडाउन के कारण दिल्ली प्रशासन उन्हें जाने नहीं दे रही थी. कांग्रेस नेत्री प्रियंका गाँधी ने बड़ा दिल दिखते हुए सुनीता देवी के तीन बच्चो में से एक बच्चे की पढाई का खर्च उठान का जिम्मा लिया है.