28 मार्च को, केंद्र ने COVID-19 द्वारा वर्तमान में लागू की गई किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उद्देश्य के साथ PM CARES फंड की स्थापना की है. जिसे लेकर राजनीती भी शुरू हो गयी है.
Also Read: बंगाल सरकार प्रवासीयो के ट्रेन को राज्य में जाने की अनुमति नहीं दे रही है- अमित शाह
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को पीएम कार्स फंड के ऑडिट की मांग की और कहा कि प्राप्त धन और खर्च का हिसाब सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
Also Read: झारखंड के लिए राहत भरी खबर, एक साथ कोरोना के 23 मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आई
28 मार्च को, केंद्र ने किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उद्देश्य के साथ प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और राहत (पीएम CARES) फंड की स्थापना की, जैसे कि वर्तमान में COVID-19 के प्रकोप से उत्पन्न और राहत प्रदान करने के लिए वे प्रभावित हुए।
Also Read: CBSE के 10वीं और 12वीं की परीक्षाओ की तिथि हुई जारी, जानिए कब है परीक्षा
राहुल गांधी ने ट्वीटर पर कहा, “पीएम-केयर फंड को पीएसयू और रेलवे जैसी प्रमुख सार्वजनिक उपयोगिताओं से बहुत बड़ा योगदान मिला है। कांग्रेस ने कोरोनोवायरस से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा एक अलग पीएम केयर फंड स्थापित करने पर सरकार से सवाल किया है, जिसमें मांग की गई है कि इसे पीएम राष्ट्रीय राहत कोष में विलय कर दिया जाए।