आम आदमी को सब्जियों की बढ़ती कीमतें परेशान कर रही हैं। लगातार प्याज, आलू, टमाटर के साथ हरी सब्जियों की कीमतों में इजाफा हो रहा है, वहीं दूसरी ओर पूरे देश में भारत के किसान “किसान बिल के खिलाफ” प्रदर्शन कर रहे हैं, किसानों का कहना है कि इससे उनकी आमदनी घट जाएगी, और महंगाई बढ़ जाएगी, लगता है उसका असर बाजारों में भी दिखने लगा है.
आलू की कीमत ₹40 तक देश के विभिन्न बाजार में हो गई है, तो टमाटर ₹60 किलो तक बिक रहे हैं, ₹50 प्याज की कीमतों ने भी रुला कर रख दिया, आम आदमी के जेब पर भारी झटका लगा है, उपभोक्ता मंत्रालय की वेसाइट के मुताबकि चार अक्टूबर को आलू की खुदरा कीमत 30 से 55 रुपये किलो है। वहीं टमाटर 15 से 80 रुपये किलो बिक रहा है, जबकि प्याज अब 25 से 60 रुपये के बीच बिक रहा है.
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर सितंबर में 10.68 फीसदी रही, जो अगस्त में 9.05 फीसदी थी. यह जनवरी 2020 के बाद से मुद्रा स्फीति का उच्चतम स्तर है.आंकड़ों के अनुसार, खाद्य सामग्री की कीमतों में उछाल देखा गया है.