रिपब्लिक भारत के साथ देश के अन्य बड़े चैनल्स के टीआरपी घोटाला सामने आने के बाद कंपनियां ऐसे चैनलों पर विज्ञापन को लेकर सतर्क हो गई हैं। क्योंकि इस फर्जीवाड़े से उनको नुकसान हुआ है, बड़े ऐडवटाइजर्स और मीडिया एजेंसीज में इस बात को लेकर अफरा तफरी जारी है, जानकारों का कहना है की रिपब्लिक भारत, सुदर्शन जैसे कुछ न्यूज़ एजेंसी नफरत को बढावा देने वाला जहरीला कंटेंट दिखाते हैं ऐसे में बड़ी कंपनियों ने फैसला लिया है के वो उन चैनल्स को विज्ञापन नहीं देंगी जो ‘नफरत को बढावा देने वाला, जहरीला कंटेंट दिखाती है। कुछ दिने पहले ही बजाज ऑटो के एमडी राजीव बजाज ने तीन चैनल्स को ब्लैकलिस्ट करने की बात कही थी। अब पारले प्रॉडक्ट्स ने भी कहा है कि वह कुछ चैनल्स पर विज्ञापनों के खर्च को कम करने की सोच रही है ताकि बाकी चैनल्स को एक साफ संदेश जाए। इस कदम के लिए सोशल मीडिया पर कंपनी की खूब तारीफ हो रही है.
ट्विटर पर पारले के इस फैसले से हो रही वाहवाही
ट्विटर पर पारले के इस फैसले को सराहा जा रहा है, उनमें से कुछ ट्वीट
Parle Products has decided not to advertise on news channels that broadcast toxic aggressive content.
— Indian Civil Liberties Union (@ICLU_Ind) October 11, 2020
These channels are not the kinds that the company wants to put money into as it does not favour its target consumer.
It's time more companies join the lead of Bajaj and Parle. pic.twitter.com/LNXr9ytmBF
For decades, #ParleG is recognised by this beautiful wrapper featuring a cute girl.
— Vidushi Kaushik (@VidushiK2) October 12, 2020
I appreciate @officialparleg for their decision to not broadcast their advertisement on news channels with toxic content.
We love you #ParleG even without your ads. pic.twitter.com/PXiqqKngeY