झारखंड की शिक्षा व्यवस्था का हाल किसी से छुपा हुआ नहीं है झारखंड में अशोक स्कूलों के भवन तो बन चुके हैं परंतु उनमें पढ़ाने वाले शिक्षकों की घोर कमी है लेकिन राज्य की हेमंत सोरेन सरकार के द्वारा नए साल 2021 में झारखंड के स्कूलों में रिक्त पड़े शिक्षकों के 40,000 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द शुरू की जा सकती है.
झारखंड के सरकारी स्कूलों में नए साल में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो सकेगी स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की तरफ से सीएम हेमंत सोरेन को शिक्षकों के खाली पदों के साथ-साथ नए स्वीकृत होने वाले पदों की संख्या भेजी गई है. राज्य में प्राथमिक से प्लस टू स्तर के शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया साल 2015 में शुरू हुई थी. प्रारंभिक स्कूलों में 2015 से 2019 के बीच करीब 17,000 शिक्षकों की नियुक्ति हुई है. वही, हाई स्कूल में 8,000 और प्लस टू स्कूल में 1400 शिक्षक नियुक्त हुए हैं नई नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने पर शिक्षकों के खाली पद भरे जा सकेंगे.
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आपको बता दें कि राज्य में प्राथमिक से लेकर प्लस टू स्कूल तक शिक्षकों के 39,408 पद रिक्त हैं बात अगर पहली से लेकर आठवीं कक्षा की करें तो स्कूलों में 22,728 पद खाली हैं. हाई स्कूल और प्लस टू स्कूलों में 16,680 पद रिक्त हैं प्रारंभिक स्कूलों में इंटर प्रशिक्षित शिक्षक के लिए स्वीकृत पद 53,352 है जबकि वर्तमान में 35517 शिक्षक ही कार्यरत हैं इसमें 17835 पद खाली हैं इसी तरह स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक के 10783 पद स्वीकृत हैं लेकिन 5889 शिक्षक ही कार्यरत है.
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टेस्ट पास एक लाख अभ्यर्थी को नहीं मिला है नियुक्ति का मौका:
झारखंड में एक लाख टेट पास अभ्यर्थी है साल 2013 में करीब 48,000 अभ्यर्थियों ने टेट पास किया था लेकिन उन्हें अब तक नियुक्ति का मौका नहीं मिला है. वहीं, साल 2016 में टेट पास 53,000 अभ्यर्थियों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं हो सकी है. बता दें कि राज्य सरकार ने पहले टेट सर्टिफिकेट की मान्यता 5 साल से बढ़ाकर 7 साल कर दी जिसके बाद फिर 2 साल अवधि बढ़ाने जा रही है.