लॉक डाउन के कारण बाहर फंसे प्रवासियो को लाने का काम जारी है. लेकिन अब भी बड़े शहरो में हज़ारो की तादाद में लोग फंसे हुए है. सोशल मीडिया के जरिये झारखण्ड वापस लाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से गुहार लगा रहे है.
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इस सिलसिले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है की राज्य सरकार लॉकडाउन में फंसे प्रवासी झारखण्डवासियों को आश्वस्त करना चाहती है कि कुछ समय लगेगा लेकिन सभी को उनके घर अवश्य वापस लाया जाएगा। आपदा में सभी ने धीरज रखा, थोड़ा और धैर्य रखें। झारखण्ड सरकार अन्य राज्य की सरकारों से बात कर अधिक संख्या में ट्रेनों के परिचालन हेतु प्रयासरत है।
मालूम हो की अन्य राज्यों से झारखण्ड के लोगो को लाने का काम जारी है. अब तक राज्य में 12 से अधिक ट्रेनों के जरिये लोग आ चुके है साथ ही पडोसी राज्यों से बसो के जरिये प्रवासियों को लाया जा रहा है.
औरंगाबाद रेल हादसे पर मुख्यमंंत्री ने जताया दुःख:
मुख्यमंत्री ने औरंगाबाद रेल हादसे पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा घटना मन को व्यथित करने वाली है। परमात्मा दिवंगत लोगों की आत्मा को शांति प्रदान करें। यह दुःखद है! कोरोना और तालाबंदी का सबसे बुरा असर गरीबों पर पड़ा है, जो दिनों दिन इसे झेलने को मजबूर हो रहें हैं। बता दें की महाराष्ट्र के औरंगाबाद में प्रवासी मजदूर रेल की पटरियों के सहारे घर के लिए निकले थे. थक जाने के बाद वो पटरियों पर ही सो गए था. इस बीच तेज रफ़्तार में आयी मालगाड़ी ने 19 मजदूरों को कुचला, 16 की मौत हो चुकी है.