Babulal Marandi: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा नोटबंदी के फ़ैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फ़ैसला सुना दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के 2016 में 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने के फैसले को बरकरार रखा है.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘आरबीआई के पास विमुद्रीकरण या डिमोनेटाइजेशन जैसे बड़े मुद्दे पर फैसला करने की कोई स्वतंत्र शक्ति नहीं है.’ यानी इसे ऐसे समझा जा सकता है कि केंद्रीय बैंक इस बारे में सरकार को अपना परामर्श दे सकता है, लेकिन इस बारे में कोई भी फैसला लेने का अधिकार केंद्र के पास ही है.
ठीक 6 साल पहले जब नोटबंदी हुई थी उस वक्त गरीबों को कितनी परेशानियों को सामना करना पड़ा था यह आप सभी बखूबी जानते है लेकिन नेता आपकी परेशानियों से कोई मतलब नहीं रखते है. 500 और 1000 के नोट बदलवाने और बैकों में जमा कराने को लेकर लंबी लाइनों में लग कर अपनी जान गवाने वाले और उनके परिजन ही इस परेशानी को कभी भूल पाएंगे. नोटबंदी को लेकर झारखंड में भी खूब सियासत गरमाई थी कभी भाजपा के खिलाफ़ मोर्चा खोलने वाले बाबूलाल मरांडी ने कहा था कि नोटबंदी ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी है इतना ही नहीं बल्कि गरीब परेशान है और मोदी के पूंजीपति साथी मालामाल है.
Babulal Marandi: अपनी बातों से पलट गए बाबूलाल, कालाधन नहीं लाने का जिस पर लगाया था आरोप अब उसी की कर रहे है गुणगान
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान भाजपा के नेता बाबूलाल मरांडी जब झारखंड विकास मोर्चा के नाम की पार्टी चला रहे थे उस वक्त नोटबंदी का विरोध करते नहीं थकते थे. एक धरना प्रदर्शन याद आता है जब वे राँची के बिरसा चौक पर नोटबंदी के खिलाफ़ बोलते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था की विदेशों से कालाधन लाने की बात करने वाले अपने पूंजीपति साथियों के हज़ारो करोड़ कर्ज को माफ़ तो करते ही है साथ ही विदेश भागने में भी मदद करते है. सत्ता में आने से पहले मोदी सरकार यह कहते नहीं थकती थी की 100 दिनों के अंदर कालाधन रखने वालों का नाम सार्वजनिक किया जायेगा लेकिन सरकार बनने के बाद कालाधन रखने वालों को बचाने में केंद्र की मोदी सरकार लग गई.
उन्होंने कहा था की नोटबंदी से गरीबों के घरो में कैसे चूल्हा इसकी चिंता बढ़ गई है. कोई गरीब जब बीमार होता है तो वह अपना ईलाज कैसे करायेगा यह सबसे चिंता का विषय बना हुआ है. किसान खेती कैसे करेगा और अपनी परिवार का भरण पोषण करेगा यह चिंताजनक है. पुरे देश को मोदी की सरकार ने सड़क पर ला कर खड़ा कर दिया है.
Babulal Marandi: भाजपा की रघुवर सरकार पर लगाए थे गंभीर आरोप, बिना पैसों के नहीं होता कोई काम
बाबूलाल मरांडी ने वर्तमान की भाजपा शासित रघुवर दास सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि, प्रदेश में भाजपा की सरकार है और केंद्र में भी भाजपा की सरकार लेकिन सरकारी कार्यालयों में बिना पैसे लिए कोई काम नही होता है. गरीबों की हकमारी करके धन अर्जित करने वालों को कोई नही पकड़ रहा है. लेकिन गरीब अपने बैंकों में पैसे रख रहा है तो उन्हें कागज़ी कार्रवाई के नाम पर परेशान किया जाता है.
Babulal Marandi: बाबूलाल ने अब नोटबंदी को सही बताते हुए विकास विरोधी लॉबी किया है जिक्र
नोटबंदी मामलें पर सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने के बाद बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि, “सुप्रीम कोर्ट के इस फ़ैसले ने यह साबित किया है कि हमारे देश में एक बड़ी विकास विरोधी लॉबी है. इस लॉबी को बड़ी तकलीफ़ इस बात से है कि कैसे एक आम भारतीय व्यक्ति वंशवादी परिवारवाद के चक्रव्यूह को तोड़ कर देश हित में बड़े फ़ैसले ले रहा है.”
जिन्हें बाबूलाल मरांडी विकास विरोधी बता रहे है कभी उनके साथ मिल कर गठबंधन करते हुए चुनाव लड़ते थे त अभी मोदी सरकार के इस फ़ैसले का विरोध करते थे. लेकिन अब वक्त दूसरा है क्यूंकि बाबूलाल भाजपा के पाले में जा चुके है तो जाहिर है की उनकी भाषा और नजरिया दोनों बदल गए है. जो उनके लिए कभी गलत था अब वो सही हो गया है और जो सही था गलत हो गया है. आखिर राजनीति नेता से क्या-क्या ना करवा दे.