दुमका विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा की तरफ से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे भाई बर्तन सुरेंद्र को अपना प्रत्याशी बनाकर उतारा था तो वहीं भाजपा की तरफ से पूर्व मंत्री लुईस मरांडी चुनावी मैदान में थी 2019 विधानसभा चुनाव की तरह ही इस बार उपचुनाव का भी परिणाम रहा है 2019 विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लुईस मरांडी को हराकर जीत दर्ज कर पाने में सफलता हासिल हुई थी मुख्यमंत्री बरहेट सीट से चुनाव जीते थे जिसके बाद उन्होंने दुमका छोड़ दिया था.
हेमंत सरकार बनने के 10 महीने के अंतराल में हुए उपचुनाव में एक बार फिर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इस सीट पर अपना कब्जा जमा लिया है बसंत सोरेन ने दुमका विधानसभा सीट को 6500 वोट के अंतर से लुईस मरांडी को हरा दिया है लुईस मरांडी को हराने के साथ ही बसंत सोरेन पहली बार विधानसभा पहुंचेंगे मालूम हो कि बसंत सोरेन हेमंत सोरेन के छोटे भाई हैं जबकि शिबू सोरेन के छोटे पुत्र हैं बसंत सोरेन पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे थे और अपने पहले ही विधानसभा चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की है
राजेंद्र सिंह के निधन के बाद खाली हुई बेरमो की सीट और हेमंत सोरेन के दुमका को छोड़ने के बाद महागठबंधन 2 सीटों के नुकसान में थी. दोनों खाली हुई सीटों को एक बार फिर से महागठबंधन ने अपने कब्जे में कर लिया है इस प्रकार हेमंत सोरेन सरकार को कोई भी नुकसान नहीं हुआ है