झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन भी भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने जमकर हंगामा किया। बीजेपी विधायकों ने बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष के तौर पर मान्यता नहीं देने का विरोध कर रहे थे। सभी विधायकों ने सदन के बाहर और भीतर प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि जबतक स्पीकर रवींद्र नाथ महतो मरांडी को नेता प्रतिपक्ष की मान्यता नहीं दे देते, तब तक हम सदन नहीं चलने देंगे। बीजेपी ने स्पीकर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता की तरह व्यवहार करने का आरोप लगाया।
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बीजेपी विधायक अनंत ओझा ने कहा की विधानसभा अध्यक्ष को अगर लगता है कि बाबूलाल मरांडी को बीजेपी विधायक दल का नेता बनाना व्यवस्था का उल्लंघन है तो वह इस आधार पर निर्णय लें क्योंकि बगैर नेता प्रतिपक्ष के सदन कैसे चल सकता है। उन्होंने कहा बिना कैप्टन विपक्ष की राजनीति कैसे होगी?
वहीं बीजेपी विधायक बिरंचि नारायण ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष, स्पीकर कम झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता के तौर पर राजनीत करते दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब झारखंड विकास मोर्चा के दो विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की कांग्रेस में शामिल हो गए हैं, तब बाबूलाल मरांडी का बीजेपी में शामिल होना कैसे गलत हो सकता है? उन्होंने कहा विपक्ष के नेता की भूमिका पहरेदार की होती है। विधानसभा अध्यक्ष को इस संबंध में तत्काल निर्णय लेना चाहिए और जब तक बाबूलाल मरांडी को विपक्ष के नेता के तौर पर मान्यता नहीं मिलती तब तक बीजेपी सदन नहीं चलने देगी