अनुबंध कर्मियों ने चतरा जिले के अनुबंधित कार्यालय में धरना देकर अपनी मांगों को मनवाने की कोशिश करते दिखाई दिए अनुबंध कर्मियों के साथ वन रोपण से जुड़े मजदूर भी शामिल थे उन्होंने वन कार्यालय परिसर में धरना दिया और मांगों से संबंधित एक पत्र भी कार्यालय को सौंपा. ज्ञापन में अनुबंध कर्मियों ने कहा है कि बीते अप्रैल महीने से उन्हें मानदेय नहीं मिला है जिससे उनके सामने आर्थिक स्थिति उत्पन्न हो चुकी है मानदेय नहीं मिलने के कारण उनके सामने रोजी-रोटी की संकट उत्पन्न हो गई है
दक्षिणी वन प्रमंडल पदाधिकारी का पद है रिक्त:
अनुबंध कर्मियों द्वारा सौंपा गया ज्ञापन में कहा गया है कि दक्षिणी वन प्रमंडल पदाधिकारी का पद जुलाई महीने से रिक्त है. जुलाई में तत्कालीन वन प्रमंडल पदाधिकारी रिटायर हो गए जिसके बाद उक्त स्थान पर किसी भी पदाधिकारी का पदस्थापन नहीं हुआ है जिस वजह से वित्तीय कार्य बाधित है. आगे अनुबंध कर्मियों ने कहा की क्षेत्रीय वन संरक्षक का ध्यान हमने अगस्त महीने में इस और आकृष्ट कराया था उनसे आश्वासन भी मिला था कि जल्द ही वन प्रमंडल पदाधिकारी का पदस्थापन हो जाएगा जिसके बाद बकाए का भुगतान कर दिया जाएगा परंतु अब तक पदाधिकारी का पदस्थापन नहीं हुआ है
अनुबंध कर्मियों के द्वारा एक बार फिर क्षेत्रीय वन संरक्षक का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया गया है अनुबंध कर्मियों ने साफ कहा है कि यदि इस बार उनका भुगतान नहीं किया जाता है तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा इस धरने में चालक एवं वन रोपण के मजदूर और कंप्यूटर ऑपरेटर भी शामिल थे