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स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किए कई घोषणा, जानिए कौन से हैं वो वादें

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स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किए कई घोषणा, जानिए कौन से हैं वो वादें 1

स्वतंत्रता दिवस के 74 वर्षगांठ पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राँची स्थित मोहराबादी मैदान में झंडोत्तोलन किया। स्वतंत्रता दिवस कि पूर्व संध्या यानी 14 अगस्त को मुख्यमंत्री सोरेन ने राज्य के शहरी श्रमिकों को बड़ी सौगात देते हुए “मुख्यमंत्री श्रमिक योजना” शुरुआत किया। मुख्यमंत्री श्रमिक योजना के तहत मनरेगा के अनुरूप ही कार्य करने के लिए कार्ड बनेंगे साथ ही 100 दिनों तक रोजगार नहीं मिलने पर बेरोजगार भत्ता दिया जाएगा।

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यवासियों को अपने आने वाले दिनों में किए जाने वाले कार्यों को गिनाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जल्द उन विषयों पर कार्य करती नज़र आएगी जिसके लिए राज्य कि जनता ने उन्हें चुना है।

इन कार्यों को जल्द पूरा करने कि कदम बढ़ायेगी हेमंत सरकार:

स्थानीयता की परिभाषा आंदोलनकारियों के सपनों, यहां के मूलवासियों आदिवासियों की मांग पर केंद्रित नहीं है। राज्यवासियों की भावना के अनुरूप स्थानीयता को पुनः परिभाषित करने हेतु समिति का गठन होगा।

राज्य की सरकारी नियुक्तियों में अन्य पिछड़ी जाति, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के आरक्षण में भागीदारी बढ़ाने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा।

झारखण्डवासियों के लिए निजी क्षेत्र में 75% तक पद आरक्षित करने हेतु जल्द ही नियम बनाने का काम किया जाएगा।

राज्य सरकार हो, कुडुख एवं मुंडारी भाषा को 8वीं अनुसूची में शामिल करने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए प्रस्ताव भारत सरकार को भेजने की कार्रवाई की जा रही है।

राज्य के लोगों की भावना के अनुरूप पलामू मेडिकल मेडिकल कॉलेज का नाम मेदनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, हजारीबाग मेडिकल कॉलेज का नाम शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, दुमका मेडिकल कॉलेज का नाम फुलों झानो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल तथा पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का नाम परिवर्तित करते हुए शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल किया जा रहा है।

झारखण्ड के 5000 विद्यालयों को शिक्षक छात्र अनुपात, प्रशिक्षक सहित खेल का मैदान, पुस्तकालय आदि सभी सुविधाओं से युक्त करते हुए सोबरन मांझी आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित करने का कार्य किया जायेगा।

झारखण्ड की पहचान जंगल से रही है। यहां के वनों से लाह, साल, शहद, इमली , तसर सिल्क, महुआ आदि जैसे उत्पाद बहुतायत में प्राप्त किए जाते हैं, उनके उचित संग्रहण एवं विपणन के लिए सिदो कान्हो कृषि एवं वनोत्पाद सहकारी महासंघ के गठन का निर्णय लिया गया है।

श्रमिक साथियों को सुरक्षित एवं सतत रोजगार उपलब्ध कराने के साथ-साथ उनके परिजनों के कल्याण के लिए शहीद निर्मल महतो श्रमिक महासंघ नामक एक नई संस्था के गठन करने का निर्णय लिया गया है।

झारखण्ड के किसानों के आर्थिक स्वावलंबन को एक और सशक्त स्रोत उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना जल्द प्रारंभ की जाएगी।

विश्व आदिवासी दिवस के दिन राजकीय अवकाश घोषित किया गया है। इस अवसर पर पूरे राज्य में जनजातियों के लिए किए गए कार्यों तथा योजनाओं की भव्य प्रदर्शनी सभी जिलों में आयोजित की जाएगी।

खेल नीति के माध्यम से राज्य के सभी खिलाड़ियों एवं सभी आयु वर्ग के नागरिकों के लिए खेल तो उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने एवं शारीरिक गतिविधियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराना करवाना है।

झारखण्ड के छात्र जो विदेश में प्रतिष्ठित संस्थान में उच्च शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं। उन्हें सरकार अनुदान उपलब्ध कराएगी, इसके लिए वर्तमान सरकार द्वारा विशेष छात्रवृत्ति की योजना लागू की जाएगी।