प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की बैठक में भाग लेने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रेस कांफ्रेंस कर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. CM सोरेन ने कहा की प्रधानमंत्री के सामने अपनी समस्या रखने का मौका जिन राज्यों को मिला उनमें हमारा नाम नहीं था. इसलिए कल ही पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री श्री मोदी को राज्य की स्थिति से अवगत करवा दिया गया है. लॉक डाउन होने की वजह से राज्य की एक बड़ी आबादी देश के अन्य राज्यों में फंसी है उन्हें वापस लाने में केंद्र सरकार हमारी मदद करे.
कोटा में फंसे छात्रों और अन्य राज्यों में बड़ी संख्या में फंसे मजदूरो को वापस लाने की बात पर हेमंत सोरेन ने कहा की गृह मंत्रालय को हमने अवगत करवा दिया है उनके आदेश का इंतज़ार है. मुख्यमंत्री ने कहा की पांच हज़ार से अधिक छात्र कोटा सहित देश के अन्य राज्य में लॉकडाउन की वजह से फंसे है. गृह मंत्रालय के द्वारा जारी गाइड लाइन का हमने उल्लंघन नहीं किया है जबकि कई ऐसे राज्य है जो नियमो की अनदेखी कर अपने लोगो की घर वापसी करवा रहा है.
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आगे उन्होंने कहा की कई ऐसे राज्य है जो एक दूसरे की सहमती से अपने लोगो को वापस ला रहे है लेकिन केंद्र सरकार के द्वारा किसी भी प्रकार का स्पष्टीकरण उन्हें जारी नहीं किया गया है जिसके कारण जनमानस में ये धरना बन गयी है की केंद्र सरकार के द्वारा उन्हें अनुमति प्राप्त है तथा इस इसे देख कर हमारे राज्य के लोग भी सरकार पर सवाल खड़े कर रहे है की उन्हें वापस क्यों नहीं लाया जा रहा है. जबकि गृह मंत्रालय का सख्त निर्देश है की लॉक डाउन के दौरान कोई भी inter-state movment नहीं होगा।
हेमंत सोरेन ने प्रधानमंत्री से कहा है की गृह मंत्रालय को निर्देशित करें कि अन्य राज्यों में फंसे छात्रों और मजदूरों को वापस लाने के लिए Relaxation order निर्गत करें ताकि केंद्र सरकार के सहयोग से हम वैधानिक रूप से यह कार्यवाई कर सकें। और अपने लोगो को वापस ला सके.
CM ने हिंदपीढ़ी के लोगो से कहा है की कोरोना का हॉटस्पॉट बना हिंदपीढ़ी अब CRPF की निगरानी में रहेगा। क्योंकि कोरोना संक्रमित लोगों की पहचान में ज्यादातर मामले हिंदपीढ़ी से जुड़े मिल रहें हैं, लॉक डाउन होने से खतरा कम होने के बजाय अधिक हुआ है। हिंदपीढ़ी वासियों से अनुरोध है वे घर से बाहर नहीं निकलें, आपस में दूरी बनाएं रखें। आपके स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ की तैनाती की जा रही है। क्षेत्र में आवाजाही निषेध रहेगा। आप सभी का सहयोग आपेक्षित है.
मालूम हो की झारखंड में अब तक 91 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. 2 लोगो की मौत और 13 लोग स्वस्थ हो गए है. राज्य के तक़रीबन 12 लाख से अधिक लोग दूसरे राज्य में लॉक डाउन होने की वजह से फंसे है. बाहर फंसे लोगो को राहत देने के लिए राज्य सरकार की और 1000 की सहायता राशि 1 लाख 11 हज़ार लोगो को दी गयी है.