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CM हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने करोड़ो की योजनओं का किया उद्घाटन बोले- कागज कलम पर नहीं, धरातल पर योजनाओं को उतारा जा रहा है

Arti Agarwal

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन (CM Hemant Soren) ने आज धनबाद में 512 करोड़ के 224 की योजनओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. हेमंत सरकार बनने के बाद पहली बार धनबाद में इतनी बड़ी राशी की योजनओं का उद्घाटन हुआ हैं. CM हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि झारखंड का केंद्र पर 1 लाख 36 हज़ार करोड़ का बकाया है अगर यह मिल जाता तो राज्य की प्रगति और तेजी से होती परंतु केंद्र की मोदी सरकार झारखंड का पैसा नहीं देना चाहती है.

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज धनबाद में योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण और युवाओं को नियुक्ति पत्र सौपने को लेकर आयोजित समारोह में कहा कि राज्य के हर वर्ग और तबके के हितों को ध्यान में रखकर सरकार विभिन्न योजनाएं बना रही हैं । योजनाओं का लाभ कैसे आपको मिले, इसके लिए लगातार कार्ययोजना बन रही है। हम कागज -कलम पर योजनाओं को नहीं बनाते हैं , बल्कि उसे धरातल पर उतारने का काम करते हैं । उन्होंने कहा कि लोगों का दुःख-,दर्द और समस्याओं का समाधान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस अवसर पर सरकारी योजनाओं से संबंधित पत्रिका नई पहल -नई सोच  का विमोचन किया गया।

 ग्रामीण अर्थव्यवस्था को कर रहे हैं मजबूत

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की 80 प्रतिशत आबादी ग्रामीण परिवेश की है। इनमें किसानों और पशुपालकों की संख्या सबसे ज्यादा है । इनकी आय में बढ़ोतरी के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है । हमारा प्रयास ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना है , ताकि  राज्य को विकास की राह पर तेजी से आगे ले जा सके। CM ने कहा कि समाज के अंतिम पंक्ति को भी कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जा रहा है । आपके दरवाजे पर आकर सरकार आपको हक और अधिकार दे रही है । आप का भी दायित्व बनता है कि प्रखंड कार्यालय एवं अन्य संबंधित कार्यालय में जाकर योजनाओं की जानकारी लें और उससे जुड़े । आपको आपका अधिकार देने में जो अधिकारी लापरवाही  बरतेंगे, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

CM हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने करोड़ो की योजनओं का किया उद्घाटन बोले- कागज कलम पर नहीं, धरातल पर योजनाओं को उतारा जा रहा है 1

 नियुक्तियों का शुरू हो चुका है दौर, 20 वर्षों में जो नहीं हुआ वह अब हो रहा है:

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नियुक्तियों का दौर शुरू हो चुका है । खाली पड़े पदों को भरने की प्रक्रिया चल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 32 सालों के बाद कृषि पदाधिकारियों की नियुक्ति हुई है, जो किसानों को आधुनिक तकनीक से खेती करने में सहयोग करेंगे । वहीं स्वरोजगार के लिए मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत 50 हज़ार रुपए से लेकर 25 लाख तक का अनुदान आधारित ऋण दिया जा रहा है।

आंदोलनकारियों और संघर्षों करने वालों की है धरती:

मुख्यमंत्री ने कहा कि धनबाद की धरती आंदोलनकारियों और संघर्ष करने वालों की है। वे कई वर्षों से अपने हक और अधिकार के लिए संघर्ष करते आ रहे हैं। इनकी समस्याओं का कैसे समाधान हो, इस दिशा में सरकार पूरी तत्परता के साथ चिंतन -मंथन कर रही है और बहुत जल्द इसका सकारात्मक  नतीजा देखने को मिलेगा।

 विस्थापन और श्रमिकों से जुड़ी समस्या का होगा समाधान:

मुख्यमंत्री ने कहा कि धनबाद अपनी खनिज संपदा के लिए देश -दुनिया में जाना जाता है। लेकिन, यहां के मजदूर कई समस्याओं से घिरे रहे हैं। विस्थापन यहां की सबसे बड़ी चुनौती रही है । अगर पहले की सरकारें इसका समाधान करती रहती तो यह विकराल रूप निर्धारण नहीं करती। लेकिन, हमारी सरकार सुनियोजित और योजनाबद्ध तरीके से समाधान करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।

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 केंद्र से बकाया मिलता तो विस्थापितों को मिलती बेहतर सुविधाएं:

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद से ही राज्य  का केंद्र सरकार पर लगभग एक लाख 36 हजार करोड़ रुपया बकाया है ।अगर यह बकाया  मिल जाता तो विस्थापितों को सारी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने में कोई कठिनाई नहीं आती । इस दिशा में हम लगातार प्रयास कर रहे हैं । इतना ही नहीं कोल कंपनियों द्वारा यहां जिन खदानों से कोयला निकाला जा चुका है , उसे भी वापस नहीं किया गया है ।अगर यह जमीन हमें वापस किया जाय तो हम इसे रैयतों को वापस कर देंगे, ताकि इसका सदुपयोग हो सके। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लगभग 350. 86 करोड़ रुपए की 118 योजनाओं का शिलान्यास और 161.28 करोड़ रुपए की 106 योजनाओं का उद्घाटन किया । वही, कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षित 172 युवक-युवतियों समेत 175 नवनियुक्त कर्मियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया।