देवघर: बाबा नगरी में खतियान जोहार यात्रा के दौरान अपने अभिभाषण में महंगाई को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र पर निशाना साधा और कहा कि ये वही लोग हैं जो ₹400-450 में गैस सिलेंडर मिलते थे और 5 पैसे वृद्धि होने के उपरांत “महंगाई डायन खाए जात” जैसे नारे लगाते थे और आंदोलन करते थे आज वही सत्ता में बैठकर लोगों को महंगाई से मार रही है। आज गैस सिलेंडर 11 सौ रुपए से भी ज्यादा खरीदने को मजबूर है। रेलवे का किराया भी बढ़ा दिया गया है। पेट्रोल डीजल 50 -60 रुपए के मिलने चाहिए थे जो हमें एक सौ से ज्यादा रुपए मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ये लोग मंदिर-मस्जिद के नाम पर राजनीतिक करने वाले लोग हैं,नौकरी के नाम पर अग्निवीर की नौकरी दे रहे हैं जिसका 4 साल के बाद कोई भविष्य नहीं है।
मुख्यमंत्री सीएम सोरेन ने कहा कि रेलवे को सबसे ज्यादा मुनाफा हमारा ही राज्य दे रहा है और हमारे ही राज्य खनिज संपदा को चोरी भी कर रहे हैं। हमारे राज्य पर 1000 करोड़ बिजली बकाया होने पर बिल्ली काट देती है। और कईयों ऐसे बीजेपी शासित राज्य हैं जहां 50 हजार करोड़ से ज्यादा बकाया होने पर भी वहां कोई भी दिक्कत नहीं है। 20 सालों में जो लोग हमारे राज्य झारखंड को चारागाह समझते थे आज उनका सपना बिखर चुका है हमारा राज्य सशक्त और मजबूत बन रहा है राज्य के वासियों को उसका हक मिल रहा है।
जब हम अपनी जमीन और खनिज संपदा पर अपना हक मांगते हैं, तो ये लोग हमारे पीछे ईडी लगा देते हैं ताकि हम शांत रहे। बताते चलें कि मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार तरह-तरह की जन कल्याणकारी योजनाओं से समाज के पिछड़े तबके को मजबूत और सशक्त बनाने का काम कर रही है हर किसी को उसका हक देने का काम कर रही है।