Jharkhand News: रांची:- यदि आपके मोबाइल या स्मार्टफोन पर 25 अक्टूबर को प्राकृतिक आपदा से जुड़ा आपातकालीन अलर्ट आता है तो कृपया घबराई नहीं, दरअसल डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन(DTO) 25 अक्टूबर को झारखंड में सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम का परीक्षण करने जा रहा है. परीक्षण के दौरान लोगों के मोबाइल पर एक बनावटी आपातकालीन अलर्ट भेजा जाएगा जो नियोजित प्रशिक्षण प्रक्रिया का हिस्सा होगा. डीटीओ ने कहा है कि या प्रशिक्षण प्रक्रिया का हिस्सा है. वास्तविक आपात स्थिति का संकेत नहीं होगा. परीक्षण अलर्ट में स्पष्ट रुप से इंगित करेगा कि परीक्षण संदेश है. डीटीओ रांची के कंप्लायंस-1 निर्देशक एसएस बारा ने बताया है कि दूरसंचार विभाग राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सहयोग से सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम का परीक्षण करने जा रहा है. जो आपदाओं के दौरान आपातकालीन संचार को बढ़ाने और नागरिकों की सुरक्षा व भलाई सुनिश्चित करेगा. साथ ही विभिन्न मोबाइल ऑपरेटर और सेल ब्रॉडकास्ट की आपातकालीन चेतावनी प्रसारण क्षमताओं की दक्षता और प्रभावशीलता का आकलन किया जाएगा.
Jharkhand News: इन चीजों का किया जाएगा परीक्षण
*मोबाइल ऑपरेटर और सेल ब्रॉडकास्ट की क्षमता
*ताई समाप्त 23 समय पर लोगों तक संदेश पहुंच रहा है या नहीं
*अधिक से अधिक लोगों तक सूचनाएं पहुंचाना
Jharkhand News: अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचानी है सूचना
यह एक अत्याधुनिक तकनीक है जो एक भौगोलिक क्षेत्र के भीतर सभी मोबाइल उपकरणों पर आपदा प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण और संवेदनशील संदेश भेजने की अनुमति देता है. इसका उद्देश्य महत्वपूर्ण आपातकालीन जानकारी समय पर अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने में किया जाता है. वहीं सेल ब्रॉडकास्ट का उपयोग आम तौर पर आपातकालीन अलर्ट देने के लिए किया जाता है. जैसे कि गंभीर मौसम की चेतावनी जैसे सुनामी, फ्लैश फ्लड, भूकंप सार्वजनिक सुरक्षा संदेश, निकासी नोटिस और आदि महत्वपूर्ण जानकारी.