डीवीसी प्रबंधन की तरफ से किए गए इस घोषणा के बाद कर्मचारियों में काफी खुशी देखी जा रही है तो दूसरी तरफ समान मौत के जो मुआवजे का प्रावधान 5 लाख से बढ़ाकर 15 लाख किया गया है उसका विरोध भी हो रहा है विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि सामान्य मौत पर 5 लाख रुपए के मोजे को बढ़ाकर 15 लाख करना एक गलत निर्णय साबित होगा या उचित नहीं है.
डीवीसी प्रबंधन के तरफ से मंगलवार को जारी किए गए आदेश में यह साफ कहा गया है कि सामान्य मौत होने पर मृतक के आश्रितों को 15 लाख का मुआवजा दिया जाएगा वही किसी दुर्घटना या फिर कोरोनावायरस की वजह से यदि किसी कर्मचारी की मौत होती है तो उनके आश्रितों को 25 लाख का मुआवजा दिया जाएगा.
मालूम हो कि डीवीसी प्रबंधन की तरफ से पहले मृत्यु होने वाले कर्मचारी के आश्रितों को 5 लाख का मुआवजा दिया जाता था साथ ही मृतक के परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी भी दी जाती थी परंतु डीवीसी 5 लाख की मुआवजा राशि मृतक के परिवार वालों को देती रही लेकिन नौकरी देने वाले प्रावधान को समाप्त कर चुकी है