कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन में बंदियों से मुलाकात बंद है, जिस कारण परिजन परेशान हैं। लेकिन जल्द ही उनकी यह समस्या खत्म होनेवाली है।
राज्य भर के सिविल कोर्ट में ई-सेवा केन्द्र के तहत ई-मुलाकात की व्यवस्था की जाएगी। ई-सेवा केन्द्र में ही ई-मुलाकात का अप्वाइंटमेंट बुकिंग कराकर परिजन तय समय में बंदियों से मुलाकात कर सकेंगे।
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परिजन के साथ उनके अधिवक्ता भी ई-मुलाकात अप्वाइंटमेंट के तहत बुकिंग करा सकते हैं। वर्तमान में राज्य में सात केंद्रीय कारा, 15 मंडल कारा, छह उपकारा एवं एक ओपेन जेल है। इसमें लगभग 18 हजार 277 कैदी रह रहे हैं। इन कैदियों के परिजन पिछले 68 से अधिक दिनों से मुलाकात नहीं कर पाए हैं।

सिविल कोर्ट रांची परिसर के पुराने डालसा केन्द्र में ई-सेवा केन्द्र स्थापित किया जाएगा, जिस पर कार्य चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में जारी गाइडलाइन पर ई-सेवा केन्द्र खोला जा रहा है।
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ई-सेवा केद्र में दी जानेवाली सुविधाएं
- जेल में बंद रिश्तेदारों से मिलने के लिए ई-मुलाकात की बुकिंग
- मुकदमे की स्थिति, अगली तारीख समेत सुनवाई से संबंधित अन्य तरह की जानकारी
- ईफाइलिंग की सुविधा। हार्ड कॉपी याचिका की स्कैनिंग कर ईफाइलिंग ईहस्ताक्षर के साथ की जा सकेगी। याचिका को सीआईएस में अपलोड किया जाएगा, जहां से फाइलिंग नंबर मिलेगा।
- प्रमाणपत्र प्रतियों और ऐसे अन्य दाखिलों के लिए ऑनलाइन आवेदन
- स्टांप पेपर की ऑनलाइन खरीद में सहायता करना
- आधार आधारित डिजिटल हस्ताक्षर को लागू करने और प्राप्त करने में मदद करना
- वर्चुअल कोर्ट में ट्रैफिक चालान और अन्य छोटे अपराधों के ऑनलाइन निपटारे
- न्यायिक आदेश या जजमेंट की सॉफ्ट कॉपी ईमेल या व्हाट्सएप या अन्य मोड पर प्रदान किया जाएगा।
- लोगों को मुफ्त कानूनी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए झालसा या डालसा द्वारा मार्गदर्शन किया जाएगा।
- सूचीबद्ध मुकदमे की सुनवाई होगी या नहीं, कौन जज छुट्टी में है समेत अन्य तरह की जानकारी।