रामगढ़: झारखंड के रामगढ़ जिले में गोलाप्रखंड के किसानों ने आत्म निर्भरता की एक मिसाल पेश की है इन दिनों गोला के प्रखंड में स्टोबेरी की खेती हो रही है किसान स्टोबेरी की खेती कर आत्मनिर्भर बन रहे हैं
रामगढ़ जिले का गोला प्रखंड कृषि प्रधान प्रखंड है यहां के अधिकांश लोगों का मुख्य पेशा कृषि है
गोला प्रखंड में 70 % लोग कृषि पर निर्भर है
और वे कृषि करके ही अपना जीवन यापन करते हैं गोला प्रखंड में पहली बार स्टोबेरी की खेती होने से लोगों में खुशी की लहर फैल गई और कई लोग स्टोबेरी की खेती देखकर अचंभित हो गए
स्टोबेरी में कई प्रकार के विटामिंस मौजूद होते हैं इसमें स्वाद से जुड़े कई फायदे होते हैं
इसमें मौजूद विटामिन Cऔर एंटीऑक्सीडेंट पाई जाती है जो बढ़ती हुई उम्र के लक्षणों को कम करने में मददगार होता है तथा इसमें मौजूद लाइकोपीन त्वचा की झुर्रियों को बार एक रेखाओं को भी कम करता है इसमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन पाई जाती है जो बहुत लाभकारी है
स्टोबेरी की खेती कर रहे किसानों का कहना है कि उन्होंने इस प्रकार की नई खेती सरकार के सहयोग से ही शुरू की है उन्होंने बताया कि वह अगले वर्ष 50 डिसमिल में स्टोबेरी की खेती करेंगे क्योंकि इससे अच्छा लाभ है वर्तमान समय में ₹400 केजी स्टोबेरी बिक रहा था जिसमें काफी मुनाफा हुआ!
वहीं स्थानीय छात्रों का कहना है कि स्टोबेरी के बारे में केवल किताबों में ही पढ़े थे पर आज पहली बार इसकी खेती देखकर बहुत अच्छा लग रहा है!