भारतीय निर्वाचन आयोग ने झारखंड में 2019 के विधानसभा चुनाव की तारीखो को ऐलान कर दिया है झारखण्ड में 5 चरणों में चुनाव होंगे मुख्य चुनाव आयुक्त सुनिल अरोड़ा ने कहा कि झारखंड में 24 जिले है जिसमें से 19 जिले नक्सली प्रभावित है जिसमें से 13 जिले अतिसंवेदनशील है जिसमें झारखंड के 81 विधानसभा सीटे शामिल है जहां चुनाव होने है। और इननक्सली क्षेत्र में कुल 67 सीटे आती है लेकिन सुरक्षा के पुख्ते इंतजाम रहेगे 30 नवंबर को 13 सीट 7 दिसंबर को 20 सीट 12 दिसंबर को 17 सीट 16 दिसंबर को 15 सीट और 20 दिसंबर को 16 सीटों पर मतदान होगा जिसकी गिनती 23 दिसंबर को होगी
झारखंड की मुख्य विपक्षी दल के नेता हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर सरकार और चुनाव आयोग को आड़े हथो लेते हुए कहा कि हमने एक ही चरण में चुनाव कराने की बात कही थी क्योंकि हमें लगता है कि इससे झारखंड की जनता का समय और पैसा दोनों की बचत होगी लेकिन सरकार और चुनाव आयोग ने इन बातों पर ध्यान नहीं दिया लेकिन झारखंड की जनता रघुवर दास के कारनामों से वाकिफ है जिसका जवाब वह इस चुनाव में देंगे
मालूम हो कि 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 37 सीटें मिली थी जबकि झामुमो को 19 सीटें झाविमो को 8 कांग्रेस को 7 आजसू को 5 बहुजन समाज पार्टी को 1 सीपीआई को 1 मासस को 1 नौजवान संघर्ष मोर्चा को 1 जय भारत समता पार्टी को 1 सीटें मिली थी
2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा में 37 सीटें जीती थी जहां उन्होंने आजसू के 5 विधायक और झाविमो के टिकट पर जीते 6 विधायकों को अपने पाले में करने के बाद रघुवर दास मुख्यमंत्री बने थे और इस सरकार ने अपने 5 वर्षों का कार्यकाल पूरा किया है लेकिन झारखंड में कई ऐसे संगठन है जो रघुवर दास के कामों से काफी नाराज हैं और समय-समय पर उनका विरोध भी करते रहे हैं सामाजिक संगठनों में पारा शिक्षक और आंगनवाड़ी कर्मियों का मुद्दा सबसे गर्म है क्योंकि राज्य सरकार की पुलिस के द्वारा इन पर लाठियां भांजी गई थी जिससे पूरे प्रदेश में आक्रोश का माहौल था देखना दिलचस्प होगा कि रघुवर दास इन सब चीजों से कैसे निपट पाते हैं और फिर से झारखंड में सरकार बना पाते हैं या नहीं या एक दिलचस्प किस्सा होने वाला है