झारखंड के युवाओं मे प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. खेल की दृष्टि से देखें तो कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो विभिन्न-विभिन्न मौकों पर हॉकी से लेकर फुटबॉल और तीरंदाजी एवं क्रिकेट में भी अपना जौहर दिखा चुके हैं. साथ ही उन्होंने राज्य का मान भी देश सहित विदेशों में भी बढ़ाया है लेकिन एक बेहतर खेल नीति नहीं होने के कारण खिलाड़ियों को वह सुविधाएं नहीं मिल पाती है जो उन्हें मिलनी चाहिए थी।
झारखंड मंत्रिमंडल की बैठक शुक्रवार 12 मार्च 2021 को झारखंड मंत्रालय में होगी. इस बैठक में कैबिनेट के कई अहम प्रस्तावों पर राज्य सरकार फैसला ले सकती है. जबकि ऐसा माना जा रहा है कि इन प्रस्तावों में राज्य की नई खेल नीति पर भी मुहर लग सकती है. नई खेल नीति तैयार है इसमें कई नए प्रावधान किए गए हैं. 30,000 गांव में सिदो-कान्हू स्पोर्ट्स क्लब खोलने के अलावा राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय विभिन्न स्तर पर जौहर दिखाने वाले खिलाड़ियों को पेंशन, भत्ता की राशि बढ़ाकर दी जाएगी सरकार का फोकस स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी पर भी है.
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CM हेमंत सोरेन ने 11वें राष्ट्रीय सब जूनियर महिला हॉकी प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में कहा था कि आने वाले 15 मार्च से खिलाड़ियों को सीधी नियुक्ति दी जाएगी इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह कैबिनेट का बैठक कितना अहम हो सकता है. नई खेल नीति को मंजूरी मिलने से खिलाड़ियों के सामने आने वाली चुनौतियां खत्म होने में सहायक होगी. साथ ही उन्हें खेल के बाद के भविष्य का कोई भी डर नहीं रहेगा.