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Hemant Soren: मैनहार्ट घोटाले की ACB करेगी जांच, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिए है जाँच के आदेश

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झारखंड की सबसे चर्चित मैनहार्ट घोटाले की जांच अब ऐसे भी करेगी गुरुवार को झारखंड मंत्रालय में हुए बैठक के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जांच के आदेश दे दिए हैं मैनहार्ट घोटाला रांची का बहुचर्चित घोटाले में से एक है रघुवर दास सरकार में रहे पूर्व मंत्री वर्तमान में निर्दलीय विधायक सरयू राय ने इस विषय को लगातार उठाया है साथ ही इस घोटाले पर सरयू राय ने एक किताब भी लिखी है जिसमें साफ-साफ ये कहा गया है कि जिस वक्त रघुवर दास नगर विकास मंत्री थे उस समय मैनहार्ट घोटाला व्यापक रूप से हुआ था।

रांची के सीवरेज-ड्रेनेज निर्माण में मैनहार्ट घोटाले की एसीबी जांच के लिए विधायक सरयू राय लगातार मांग कर रहे हैं पूर्व में 16 सितंबर को भी सरयू राय ने एक पत्र लिखकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस घोटाले के बारे में बताते हुए इसकी जांच एसीबी से कराने की मांगती थी। जिसे स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। बता दें कि उस वक्त के तत्कालीन नगर विकास मंत्री रघुवर दास और कई अधिकारी सहित लोगों पर रांची के सीवरेज-ड्रेनेज बनाने की प्रक्रिया में घोटाले के आरोप लगे हैं वर्ष 2009 से 2011 के बीच एसीबी ने सरकार से कई बार जांच की अनुमति मांगी परंतु उन्हें नहीं मिला।

क्या है मैनहार्ट घोटाला:

राजधानी रांची शहर में नाली निर्माण के लिए वर्ष 2003 में दो परामर्शी नियुक्त हुए थे सरकार बदलने के बाद उन्हें हटा दिया गया था जिसके बाद उनमें से एक परामर्शी ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। हाई कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि जिस परामर्शी को हटाया गया है वह गलत है सरकार उसे 3.61 करोड़ का मुआवजा दे। इतना होने के बाद विश्व बैंक के गुणवत्ता आधारित या के तहत नया परामर्शी नियुक्त करने के लिए टेंडर निकाला गया। इस प्रणाली में वित्तीय प्रतिस्पर्धा नहीं होती है इसमें पाया गया कि कोई भी निविदादाता योग्य नहीं है। इन सबके बीच मंत्री ने सारी बातों को नजरअंदाज किया और जिन सुझावो पर मैनहार्ट सही नहीं बैठ रहा था तब भी उसे कार्य करने की अनुमति दी गई थी।