मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि बीते 20 सालों में झारखंड को गरीबी से निकालने का कोई प्रयास नहीं हुआ। आज जब हमारी सरकार राज्य से गरीबी को खदेड़ने का काम कर रही है तो कुछ लोगों को अच्छा नहीं लग रहा है। सरकार को अस्थिर करने का प्रयास हो रहा है। मुख्यमंत्री सोमवार को गोड्डा के डमरूहाट मैदान और साहिबगंज के बरहेट प्रखंड के सिमलढाप में सभा को संबोधित कर रहे थे। सीएम ने कहा कि राज्य में सुखाड़ के हालात पर सरकार की नजर है और इससे निपटने का प्रयास हो रहा है।
Also read: CM HEMANT SOREN : मुख्यमंत्री 500 युवाओं को सौंपेंगे नियुक्ति पत्र
उन्होंने कहा कि विपक्ष के तमाम षड्यंत्र के बावजूद राज्य सरकार ने इतनी लंबी लकीर खींच दी है कि अब उन्हें डर सताने लगा है कि अगर यहां के नौजवान इसी प्रकार का नेतृत्व करते रहे तो उनकीदुकान बंद हो जाएगी। सीएम ने पूछा कि क्या महिला,वृद्ध व दिव्यांगों को पेंशन देना भ्रष्टाचार है। क्या बालिकाओं को समृद्धि योजना का लाभ देना अहंकार है, क्यानौकरी देना भ्रष्टाचार है, क्या खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करना भ्रष्टाचार है? अगर यह भ्रष्टाचार है तो उनकी सरकार बार-बार ऐसा करेगी।