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एड्स पीड़िता का पैर टूटा तो, रिम्स प्रशासन ने ऑपरेशन के बजाय ,फिजियो थेरेपी कराने की सलाह दी !आखिर ऐसा क्यों ,जाने पूरा मामला!

रांची:राज्य के सबसे बड़े रिम्स अस्पताल में 1 साल से एड्स के मरीजों का सर्जरी नहीं हो रही है जो मरीज उम्मीद लेकर ऑपरेशन कराने की आस लेकर आए हैं उन्हें किट आने तक इंतजार कराने की सलाह दी जा रही है!
रेंस का ताजा खबर या है कि कोडरमा का रहने वाला 69 वर्षीय जो एड्स से पीड़ित है!
लेकिन रिम्स में उसका ऑपरेशन नहीं किया गया वह वृद्ध मरीज बाहर खटिया पर कराह रहा है!
वह ब्रिज मरीज रिम से पहले धनबाद के निजी पॉपुलर अस्पताल नर्सिंग होम में इलाज हो रहा था जब धनबाद में इलाज सक्सेस नहीं हो पाया तो उसे रिम्स रेफर कर दिया गया
परिजनों का आरोप है कि निजी नर्सिंग होम के डॉक्टर ने पहले पैर ठीक करने के लिए ऑपरेशन करना जरूरी बताया लेकिन जब मरीज की एचआईवी पॉजिटिव होने की जानकारी हुई तो डॉक्टर ऑपरेशन करने से इनकार करते हुए रिम्स रांची रेफर कर दिया
जब परिजन बेहतर इलाज के लिए रिम्स लाए तो तो हड्डी विभाग में डॉक्टर को एचआईवी पॉजिटिव की जानकारी हुई तो मरीज को फिजियो थेरेपी कराने की सलाह दी!

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एड्स पीड़िता का पैर टूटा तो, रिम्स प्रशासन ने ऑपरेशन के बजाय ,फिजियो थेरेपी कराने की सलाह दी !आखिर ऐसा क्यों ,जाने पूरा मामला! 1