कोरोना की वजह से वैश्विक संकट के दौर में लॉकडाउन के बीच हर आम ओ खास की जिम्मेदारी बहुत बढ़ गई है। आपको कोई ऐसा काम करने से बचना है जिससे देश और आवाम को कोई नुकसान हो।
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सोशल मीडिया सूचनाओं के आदान-प्रदान का सशक्त माध्यम है। आपको इस पर कोई पोस्ट करने से पहले चार बार सोचना चाहिए। जल्दीबाजी में बगैर सोचे-समझे किया गया पोस्ट आपको मुसीबत में डाल सकता है। झारखंड के विभिन्न जिलों में कई ऐसे लोगों को गलत पोस्ट की वजह से जेल की हवा खानी पड़ी है। झारखण्ड पुलिस और जिले के पुलिस अधिकारियो ने स्पष्ट किया है कि ऐसा कोई भी व्यक्ति जो किसी भी सोशल मीडिया साइट्स पर किसी भी तरह के भड़काऊ, आपत्तिजनक एवं धार्मिक विद्धेष फैलाने वाले पोस्ट या मैसेज शेयर करते हैं तो उनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
Social Media पर किसी भी प्रकार का पोस्ट जिससे साम्प्रदायिक सद्भाव बिगड़ सकता है दण्डनीय अपराध है। ऐसे किसी भी आपत्तिजनक पोस्ट की सूचना तुरंत @JharkhandPolice या संबंधित जिला नियंत्रण कक्ष के संलग्न WhatsApp नम्बर पर दें। इस पर त्वरित विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी। #COVID2019india pic.twitter.com/C8H0jXj1lg
— Jharkhand Police (@JharkhandPolice) April 1, 2020
फेसबुक और ट्वीटर Facebook/Twitter जैसे विभिन्न सोशल मीडिया साइट्स पर भड़काऊ,आपत्तिजनक एवं धार्मिक विद्धेष फैलाने वाले पोस्ट एवं मैसेज करने वालों के विरूद्ध मिली शिकायत के आलोक में जिले के साइबर टीम के नेतृत्व में गठित टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तकनीकी एवं मानवीय साक्ष्यों के आधार पर जांच के बाद लोगों को जेल भी भेज दिया है। जमशेदपुर के मानगो थाना इलाके के मुमताज खान,साकची इलाके के राकेश साहू, सोनारी थाना इलाके के रामनारायणऔर मानगो थाना इलाके के बलदेव सिंह शामिल है। सबों को सोशल मीडिया साइट्स पर पोस्ट/मैसेज करने वाले मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।