Hazaribagh: पर्यटन स्थल सूर्यकुंड मेले का शनिवार को शुभारंभ किया गया. उद्घाटन मुख्य अतिथि केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सह कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी एवं बरकट्ठा विधायक अमित कुमार यादव ने किया.
मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि मकर संक्रांति काफी शुभ दिन है, जब धार्मिक पर्यटन स्थल सूर्यकुंड में मेले का उद्घाटन करने का अवसर मिला. सूर्यकुंड मेला का स्वरूप आज काफी बदला है. आगे चलकर यह और विकसित होगा, यह मुझे पूर्ण विश्वास है. विश्व के मानचित्र पर सूर्यकुंड का स्थान है. मकर संक्रांति के मौके पर 14 से 30 जनवरी तक सूर्यकुंड मेले का आयोजन किया जाता है.
सूर्यकुंड मेले का उद्घाटन होने के साथ ही पर्यटकों का आना शुरू हो गया है. मकर संक्रांति के मौके पर 14 से 30 जनवरी तक सूर्यकुंड मेले का आयोजन किया जाता है. मेले में हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, धनबाद, बोकारो, रामगढ़ जिले के अलावे दूसरे प्रदेशों से भी प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग सपरिवार सूर्यकुंड पहुंचते हैं.
मेले में न्यू इंडिया थियेटर, मौत का कुआं, जादूगर, ब्रेक डांस झूला, ड्रैगन झूला, रसियन टावर झूला,मीना बाजार आकषर्ण का केन्द्र है. मेला आने वाले पर्यटकों खासकर महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिस बल को भी तैनात किया गया है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेला में चिकित्सा शिविर लगाया गया है.
Hazaribagh: विधायक ने कहा सूर्यकुंड का हो रहा है विकास और विकसित करने की जरुरत
विधायक अमित यादव ने कहा कि सूर्यकुंड पर्यटन स्थल के साथ-साथ श्रद्धा और धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है. सूर्यकुंड का विकास हो रहा है और आगे भी इसको विकसित करने की जरूरत है. सभा की अध्यक्षता मेला ठेकेदार श्याम पांडेय ने की. संचालन सांसद प्रतिनिधि रघुवीर प्रसाद महतो ने किया. मौके पर सीओ श्रीकांत लाल मांझी, पुलिस निरीक्षक श्याम चंद्र सिंह, गोरहर थाना प्रभारी कृष्ण कुमार साहा समेत काफी संख्या में लोग उपस्थित थे.
मकर संक्रांति व लोहड़ी पर्व पर शनिवार को धार्मिक पर्यटन स्थल सूर्यकुंड में बड़ी संख्या में लोगों ने मकर स्नान कर पूजा-अर्चना की. सूर्यकुंड में बरकट्ठा के अलावा आसपास के क्षेत्रों से करीब दस हजार महिला, पुरुष एवं बच्चों ने मकर स्नान किया. श्रद्धालुओं की मान्यता है कि सूर्यकुंड स्थित गर्म जलकुंड में स्नान करने से पुराने से पुराने चर्मरोग दूर हो जाते हैं. सूर्यकुंड के मुख्य जलकुंड का तापमान 88.5 डिग्री सेल्सियस है. एशिया के सर्वाधिक गर्म जलकुंडों में इसकी पहचान है.