झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष व विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि ऐसे समय में जब पूरा देश कोरोना संक्रमण काल से उबर नहीं पाया है। दूसरी तरफ भाजपा राजनीतिक गतिविधियों में जुट गयी है। वर्चुअल रैली हो रही है. झारखंड में जिस रफ्तार से कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और संक्रमण चरम पर है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा नेतागिरी से बाज नहीं आ रही।
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केंद्र सरकार के गलत फैसलों के कारण पूरे देश में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। केंद्र सरकार सही समय पर सही निर्णय नहीं ले पाती है जिसका खामियाजा पूरे देश की जनता को भुगतना पड़ रहा है। पूरे लॉकडाउन में भाजपा के नेता बंद कमरे में थे और अब थोड़ी बहुत राहत मिली है तो जनता के सुख दुख में खड़ा होना चाहिए था न की राजनीति करना चाहिए था।
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उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को चाहिए था कि ये लोग दिल्ली जाएं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर झारखंड की वास्तविक वस्तुस्थिति को उनके समक्ष रखकर झारखंड को आर्थिक पैकेज दिलाएं। झारखंड को आर्थिक सहायता की जरूरत है न की रैलियों की है.
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विधायक ने कहा कि वे बाबूलाल मरांडी का बहुत सम्मान करते हैं। परंतु उनकी राजनीति को कभी वे समझ नहीं पाए। सिर्फ राजनीतिक स्वार्थ को पूरा करने के लिए उन्होंने पार्टी बदली और आज उसी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ बोल रहे हैं जिसने उन्हें हर संभव मदद की। सेकुलर की छवि दिखाकर जनता से वोट ठग लिया और जब पद लेने की बात आई तो भाजपा में चले गए। जामताड़ा विधायक ने कहा कि वे कभी भी भरोसेमंद नहीं रहे। विधायक ने कहा कि वे बाबूलाल को एक सिद्धांतवादी नेता मानते थे लेकिन वो स्वार्थी निकले।
आगे उन्होंने कहा की जब जनता मुसीबत में थी तो भाजपा नेता 3 महीने बंद कमरे में पिकनिक मना मना रहे थे। जनता किस हाल में है कभी सुध नहीं ली और अब जब जनता को आर्थिक सहायता की आवश्यकता है तो ये लोग वर्चुअल रैली निकाल रहे हैं।