Ranchi: जनविरोधी एनपीआर-एनआरसी-सीएए पर झारखंड सरकार का रवैया संवेदनशील-उदासीन नज़र आ रहा है,सिर्फ़ मुख्य सत्ताधारी पार्टी आपने स्थापना दिवस एव बैठक में महीनों से चर्चा कर प्रस्ताव पारित कर रहें है,जबकि सरकारी स्तर पर तीन महीनें से नतीज़ा उदासीन-ग़ैर जवाबदेह दिख रही है.महीनों से झारखंड की जनता की उम्मीद लगी रही कि अब झारखंड विधानसभा में इन काले क़ानून पर विरोध में प्रस्ताव पारित होगा,उन 11 राज्यों की तर्ज़ पर.पर नतीजा हमलोगों के सामने है.
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इसलिए झारखंड सरकार के इस उदासीन रवैये के ख़िलाफ़ 19 मार्च को राज्यस्तरीय झारखंड विधानसभा की घेराव/प्रदर्शन की तैयारी शुरू हो चुकी है. इसी मुद्दों पर रांची के विभिन्न संगठनों- कमेटियों-आलिम-उलेमाओं-सामाजिक-राजनैतिक-सज़ग नागरिकों के साथ एक अवामी बैठक तय हुई है..इसकी आज अवामी बैठक बुलाने के लिए अमन कम्युनिटी हॉल,हिंदपीड़ी- रांची में हुई।
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आज की बैठक में मो असलम,सलाउद्दीन संजू, मो शाहिद अयूबी,नदीम खान,डॉ तारिक,नदीम इकबाल,इम्तियाज सोनू,नवाब चिश्ती,मो जावेद, मो सोनू,मो आरिफ़,विक्की,मो इम्तियाज आदि शामिल थे.
अवामी बैठक दिनांक–16 मार्च 2020 (सोमवार)
समय–शाम 06:30 (नमाज़े मग़रिब बाद)
स्थान–असलम बैंकेट हॉल,पूर्व पार्षद संजू कार्यालय, आज़ाद बस्ती-रांची-1,झारखंड
एनपीआर विरोधी मंच,रांची