राज्य सरकार ने संक्रमण रोकने के लिए व्यापक जांच अभियान चलाने का फैसला किया है. इसमें 40 हजार सहिया, 30 हजार आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका, सखी मंडल की सदस्य घर-घर जाकर सर्वे करेंगी इस दौरान जिन व्यक्तियों में कोरोना के लक्षण जैसे सर्द- बुखार, खांसी और अन्य लक्षण मिलेंगे उनकी कोरोना जाँच प्रखंड स्तर पर बनाए गए बुथो पर कराई जाएंगी. यह बूथ स्कूल, पंचायत भवन, समुदायिक भवन आदि में बनाए जाएंगे जहां रैपिड एंटीजन टेस्ट से लोगों की जांच होगी.
सेविका, सहायिका, सहिया और आंगनबाड़ी के सदस्यों आदि द्वारा लक्षण के आधार पर चिन्हित किए गए लोगों की कोरोना वायरस का सर्वे एएनएम, कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर, मल्टी परपस वर्कर तथा सहिया साथी आदि द्वारा की जाएंगी जिन्हें इसके लिए प्रशिक्षण दिया गया है. जांच में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद संबंधित व्यक्ति की स्वास्थ्य जांच होगी जिसके बाद उसके लक्षण के आधार पर होम आईसोलेशन में रखना है या कोविड-19 केयर सेंटर में भर्ती करने पर निर्णय लिया जाएगा.