ग्रीष्म ऋतु को ध्यान में रखते हुए राज्य के 4374 ग्राम पंचायतों में 18,431 लाख रुपये की लागत से 21870 टोलों में चापानल लगाने की पहल शुरू। वित्तीय वर्ष 2008-10 तक प्रति पंचायत पांच चापानल के अधिष्ठापन का कार्य किया जाता था, परन्तु कालान्तर में राज्य सरकार द्वारा इसे बंद करा दिया गया। वर्तमान सरकार राज्य की जनता को जलापूर्ति की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु कृतसंकल्पित है। इस कड़ी में 4374 ग्राम पंचायतों में कुल 218702 टोलों में चापानलों से आच्छादित करने हेतु अनुमानित प्राक्कलित राशि 18431.00 लाख रुपये पर योजना एवं व्यय की स्वीकृति मंत्रिपरिषद की बैठक में दी गई।
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