Jharkhand Police: झारखंड में कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है सरकार के द्वारा संक्रमण को रोकने के लिए राज्य में 22 अप्रैल से लेकर 29 अप्रैल तक स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है. सरकार के द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देश के अनुसार स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह एक तरह का लॉकडाउन है जिसमें कई चीजों को बंद रखा गया है तो कई चीजों को छूट दी गई है.
राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच सरकारी अस्पताल से लेकर निजी अस्पतालों में बेड की कमी साफ देखी जा सकती है. कोरोना वायरस संक्रमित पुलिसकर्मियों के लिए इलाज के लिए राज्य के सरकारी और निजी अस्पतालों में 5-5 बेड सुरक्षित रखने की मांग झारखंड पुलिस एसोसिएशन ने की है. इसे लेकर झारखंड पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह और महामंत्री अक्षय कुमार राम ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को एक पत्र लिखा है.
स्वास्थ्य मंत्री को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि झारखंड पुलिस के सभी कर्मी कोरोना वायरस संकटकाल में जिम्मेदारी से अपना काम कर रहे हैं. इस दौरान पुलिसकर्मी भी गंभीर रूप से संक्रमित हो जा रहे हैं उनसे उनका पूरा परिवार भी संक्रमित हो रहा है. लेकिन पुलिसकर्मियों के समुचित इलाज की व्यवस्था नहीं है. अस्पताल में बेड फुल हो जाने के कारण उन्हें सही इलाज नहीं मिल पा रहा है इसलिए अस्पताल में बेड सुरक्षित रखने के लिए सभी अस्पतालों में एक नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया जाए जो अस्पताल के संपर्क में रहकर बेड दिलाने में सहयोग करेंगे.
इसके अलावा एसोसिएशन के दोनों पदाधिकारियों ने एक पत्र मुख्यमंत्री को भी लिखा है जिसमें कहा गया है कि कोरोनावायरस संक्रमण से ग्रसित पुलिसकर्मियों के लिए 50 लाख का बीमा करवाने और संक्रमण से मृत पुलिसकर्मियों को शहीद की तरह आर्थिक लाभ दिलाने का अनुरोध किया है.