कोरोना माहमारी के कारण झारखण्ड के सामने आर्थिक स्थिति को ठीक करने की सबसे बड़ी चुनौती है. राज्य सरकार उन सभी विकल्पों को तलाश रही है जिससे राज्य को ज्यादा राजस्व मिल सके. राज्य सरकार लगातार ये कह रही है की केंद्र सरकार की तरफ से कोरोना से लड़ने के लिए 284 करोड़ रूपये मिले है. इसके अलावा बाकि का धन हम अपने माध्यम से जुटा रहे है.
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झारखण्ड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा एक न्यूज़ चैंनल से कहा है की राज्य सरकार को जल्द वर्ल्ड बैंक से 197 करोड़ मिलेंगे। जिसे ग्रामीण विकास विभाग के द्वारा खर्च किया जायेगा। 197 करोड़ में से 114 करोड़ महिला उत्पादकों पर खर्च किये जायेंगे तो बाकि का 50 करोड़ से अंडा उत्पादकों की क्षमता को बढ़ाया जायेगा। मंत्री आलमगीर आलम ने कहा है की वर्ल्ड बैंक द्वारा मिलने वाली इस राशि का प्रयोग तीन हज़ार से अधिक उत्पादक समूहों को आत्मनिर्भर बनाने में किया जायेगा।
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मंत्री ने कहा की 50 करोड़ की राशि अंडा उत्पादन पर खर्च किये जायेंगे। ताकि ज्यादा अंडा का उत्पादन हो सके. बता दें की झारखण्ड में अभी प्रत्येक दिन 95 हज़ार के करीब अंडा उत्पादन होता है जबकि उत्पादन की क्षमता को बढाकर पांच लाख करने का प्रयास किया जायेगा।
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वर्ल्ड बैंक द्वारा मिलने वाली इस राशि से झारखण्ड को इस महामारी के बीच एक राहत देने जैसा होगा। क्यूंकि राज्य की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है और इस राशि से थोड़ी उम्मीद जगती है की राज्य की अर्थव्यवस्था पटरी आ जाये।