चक्रवात के दौरान 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है इसके बाद यह उत्तर- उत्तर पश्चिम की तरफ बढ़ेगा. इसके उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तरफ से 26 मई की सुबह टकराने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार झारखंड में इसका प्रभाव सभी जिलों पर पड़ेगा इसके कारण सोमवार को सबसे ज्यादा दक्षिणी जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश और व्रजपात की संभावना है. चक्रवात का असर राज्य में 27 मई तक देखने को मिलेगा.
मौसम विभाग ने बताया कि इसके कारण 25 मई को सभी जिलों में खासकर दक्षिणी जिलों में भारी बारिश, व्रजपात और तेज हवा चलने की संभावना है. 28 मई के लिए विभाग के द्वारा अभी तक कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात यास को लेकर रविवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में राज्यों एवं केंद्र की एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा की और समुद्री गतिविधियों में शामिल लोगों को समय से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए. प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बताया कि मोदी ने अधिकारियों से राज्यों के साथ करीबी समन्वय स्थापित कर काम करने को कहा है ताकि अत्यधिक जोखिम वाले इलाकों में लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके उन्होंने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि विद्युत आपूर्ति या संचार नेटवर्क बाधित होने पर उन्हें तेजी से दुरुस्त किया जाए.