भारत-चीन सीमा पर इन दिनों काफी तनाव है. लद्दाख से लगती भारत-चीन की सीमा पर तनाव के माहाैल में सैनिक चीन के खिलाफ डटकर खड़े हैं। लद्दाख पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण वहाँ की सड़के दुर्गम है. सीमा पर तैनात जवानो तक राहत सामग्री जल्द से जल्द पहुँचाने के लिए सड़को का सही होना बेहद जरुरी है. लद्दाख में सीमा सड़क संगठन ( BRO )की तरफ से युद्धस्तर पर सड़क का निर्माण किया जा रहा है.
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इस निर्माण कार्य को तेजी देने के लिए झारखंड के संथाल परगना के मजदूर बिना किसी भय के जाने को तैयार हैं। इन मजूदरों को लद्दाख तक पहुंचाने के लिए सात स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की गई है। दुमका स्टेशन से आज पहली ट्रेन रवाना होगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हरी झंडी दिखाकर मजदूरों को ट्रेन से रवाना करेंगे। बता दें की पहले झारखंड के जो भी मजदूर इन दुर्गम इलाको में जा कर काम करते थे उनका सही अकड़ा राज्य सरकार के पास नहीं होता था. लेकिन अब राज्य सरकार के पास सही अकड़ा मौजूद होने लगी है.
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बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) के लिए दुमका समेत संताल परगना के विभिन्न जिला से श्रमिक जा रहे हैं। सात स्पेशल ट्रेन जाएगी। जिसमें छह दुमका स्टेशन से और एक देवघर स्टेशन से खुलेगी। पहली ट्रेन दोपहर दो बजे उधमपुर के लिए खुलेगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दोपहर एक बजे से पहले रांची से हेलीकाप्टर से आएंगे। ट्रेन को हरी झंडी दिखाने से पहले श्रमिकों को संबोधित करेंगे। श्रमिक कार्ड का भी वितरण करेंगे। तकरीबन दो घंटा का यहां कार्यक्रम है।
इस बार श्रमिकों के निबंधन का काम श्रम विभाग के देखरेख में किया गया है। मुख्यमंत्री रामगढ़ प्रखंड के मनरेगा कर्मियों को सम्मानित करेंगे। क्योंकि नवखेता पंचायत में सभी निबंधित मजदूरों को मनरेगा में काम दिया गया है।