श्री सिंह ने उपायुक्त से कहा की कोडरमा क्षेत्र में पत्थर उद्योग ही एक मात्र मुख्य व्यवसाय है. कुछ दिनों पहले जिस तरह से प्रशासन और व्यवसायो की बीच नोकझोक हुयी थी वो जिले के लिए बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण थी. प्रशासन से हम मांग करते है की जनहित के दायरे में रह कर व्यवसायो के साथ नरमी बरती जाये और व्यवसाय की कागज़ात को पूरा करने का समय दिया जाये साथ ही कागजी प्रक्रिया को सरल बनाया जाये।
आगे जिला अध्यक्ष ने कहा की कोडरमा सदर अस्पताल की स्थिति में सुधर किया जाये ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो. बता दे की कुछ दिनों पूर्व ही शत्रुधन साव नामक एक व्यक्ति इलाज के अभाव में सदर अस्पताल में काफी दिनों से था. ट्विटर के माध्यम से इसकी सूचना मुख्यमंत्री को दी गयी जिसके बाद मुख्यमंत्री ने उपायुक्त को आदेश दिया की शत्रुधन साव का इलाज बेहतर ढंग से किया जाये। जिसके बाद प्रशासन ने करवाई करते हुए शत्रुधन साव को बेहतर इलाज के लिए रांची स्थित रिम्स रेफर कर दिया।
जिला अध्यक्ष के साथ उमेश राम भी मौजूद थे. उन्होंने कहा की जिले भर में गरीबी रेखा से नीचे के लोगो को चिन्हित करते हुए उन्हें बीपीएल कार्ड मुहैया कराया जाये। ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधाओं का सामना करना न पड़े और सरकारी योजनाओ का लाभ मिल सके. साथ ही जिले भर में गरीब एवं असहाय लोगो के बीच कम्बल का वितरण किया जाये।
कोडरमा उपायुक्त रमेश घोलप ने जिला अध्यक्ष श्याम सिंह को आश्वश्त करते हुए कहा की इन बिन्दुओ को गंभीरता से लिया जायेगा और समस्याओ को जल्द दूर किया जायेगा।
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